स्वतंत्र समय, इंदौर
लंबे समय से जिस मेट्रो ( Metro ) ट्रेन का सभी को इंतजार है वह ट्रेन अब पटरी पर यात्रियों को छोटी सी यात्रा करवाएगी। मात्र 6 किलोमीटर की इस छोटी सी यात्रा के प्रति लोगों में उत्साह कम नजर आ रहा है, क्योंकि मेट्रो कम्पनी ने अपने प्रथम चरण के लिए कमर्शियल मार्ग को रुट (गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर स्टेशन नम्बर तीन तक) चुना है वह सीधे सीधे घाटे का सौदा है, क्योंकि कमर्शियल रन के लिए वहां से न तो थोक में सवारियां मिलने वाली है और न ही कोई कनेक्टिवीटी है। हांलाकि मेट्रो क्मपनी ने कमर्शियल रन की शुरुआत के लिए तिथि फाइनल नहीं की है, लेकिन अधिकृत रुप से किराया सूची जारी कर दी है। इससे यह भी तय हो गया है की जब तक एयरपोर्ट से विजय नगर ट्रैक नहीं होगा तैयार, तब तक मेट्रो को घाटे में ही दौड़ाना पड़ेगी।
Metro कम्पनी ने जारी किया टाइम टेबल और किराए
जानकारी के मुताबिक मेट्रो ( Metro ) कम्पनी ने इंदौर मेट्रो को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लेकर टाइम टेबल, किराए सहित छूट योजना का खुलासा कर दिया है। हालांकि उसके व्यवसायिक संचालन की तारीख तो अवश्य अभी तय नहीं की, मगर अभी प्रायोरिटी कॉरिडोर , जो कि मात्र 6 किलोमीटर का है उस पर ही मेट्रो का संचालन शुरू किया जाएगा। यात्रियों की सहूलियत के लिए मेट्रो सेवा का संचालन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा। हर 30 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध रहेगी। दोनों तरफ से रोजाना कुल 50 ट्रिप की योजना बनाई गई है। फिलहाल कम डिब्बों वाली ट्रेनें चलेंगी, लेकिन परियोजना पूरी होने पर 25 ट्रेनें तीन डिब्बों के साथ चलेंगी।
तीन माह के लिए विशेष किराया छूट योजना
इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में कई तरह की अड़चनें लगातार आती रही है। पहले तो धीमी गति से काम चला, उसके बाद प्रायोरिटी कॉरिडोर को ट्रायल रन के लिए तैयार किया गया और अब उसी पर व्यवसायिक संचालन भी शुरूआत की जाना है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री से वर्चुअल लोकार्पण के भी प्रयास किए जा रहे हैं और पिछले दिनों सेफ्टी ऑडिट की प्रक्रिया भी पूरी हो गई और कल कॉपोर्रेशन ने बकायदा प्रेस नोट जारी कर इंदौर मेट्रो का परिचालन शुरू हो सके उसकी तैयारी की जानकारी मीडिया को दी, जिसमें कहा गया कि प्रायोरिटी कॉरिडोर, जो कि गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर-03 तक है, वहां उसका संचालन पहले किया जाएगा, जिसका न्यूनतम किराया 20 और अधिकम 30 रुपए होगा और शुरू के तीन माह के लिए विशेष किराया छूट योजना भी लागू की गई है।
6 किलोमीटर के हिस्से पर यात्रियों का रहेगा संकट
पहले हफ्ते तो नि:शुल्क यात्रा कराई जाएगी। मगर सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस 6 किलोमीटर के हिस्से पर यात्रियों का टोटा रहेगा, जब तक कि एयरपोर्ट से लेकर विजय नगर तक मेट्रो का संचालन शुरू नहीं किया जाता तब तक पर्याप्त यात्रीनहीं मिलेंगे। हालांकि मेट्रो कॉपोर्रेशन का कहना है कि वह एआईसीटीएसएल के साथ मिलकर बस सेवा के माध्यम से मेट्रो यात्रियों को कनेक्टीविटी देगी। यानी बसों के जरिए बड़ा गणपति से इंदौर एयरपोर्ट, सुपर कॉरिडोर होकर लवकुश चौराहा और आईएसबीटी तक ये मेट्रो बस सेवा चलेगी। इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी को एयरपोर्ट जाना हो तो वह पहले सुपर कॉरिडोर के मेट्रो स्टेशन 3 तक अपने वाहन या बस से पहुंचे और फिर वहां से गांधी नगर का 6 किलोमीटर का हिस्सा मेट्रो ट्रेन में बैठकर पूरा करे और फिर गांधी नगर में उतरकर एयरपोर्ट तक बस या अपने वाहन से पहुंचे। इतनी कवायद करने की बजाय एयरपोर्ट ही सीधे यात्री पहुंच जाएंगे।
मेट्रो की अधिकृत किराया इस प्रकार है
पहला सप्ताह : 100% छूट (पूरी तरह मुफ्त यात्रा), दूसरा सप्ताह : 75% किराया छूट , तीसरा सप्ताह : 50% छूट ,चौथा सप्ताह से अगले 3 महीने तक 25% छूट , स्टार्टिंग फेज में सिर्फ 5.8 किमी का ऑपरेशन संचालित होगा जिसका किराया 20 से 30 के बीच रखा गया है। पहले चरण में मेट्रो सेवा गांधीनगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर स्टेशन-3 तक शुरू की जाएगी, जिसकी कुल लंबाई लगभग 6 किलोमीटर होगी। इस रूट पर न्यूनतम किराया 20 और अधिकतम 30 रखा गया है, जिससे यह यात्रा किफायती भी बनी रहेगी।
मेट्रो-बस सेवा से लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी
सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में फिलहाल लोक परिवहन की सुविधा सीमित है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए एआईसीटीएसएल के सहयोग से एकीकृत मेट्रो-बस सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इससे मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने और वहां से गंतव्य तक जाने में आसानी होगी। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई यात्री लव-कुश चौराहा से मेट्रो लेना चाहता है, तो उसे बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।