राम मंदिर को उड़ाने की धमकी से मचा हड़कंप, तमिलनाडु से भेजा गया था ईमेल

अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर को लेकर एक बार फिर सनसनीखेज धमकी सामने आई है। तमिलनाडु से एक ईमेल भेजकर राम मंदिर को IED धमाके से उड़ाने की धमकी दी गई है। यह धमकी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजी गई, जिससे हड़कंप मच गया।

ईमेल में खुद को बताया ISI सेल का इंचार्ज

धमकी देने वाले ने अपने ईमेल में खुद को “ISI सेल तमिलनाडु” का इंचार्ज बताया है और दावा किया है कि यह धमाका तमिलनाडु में हुए घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए किया जाएगा। आरोपी ने ईमेल में लिखा – “बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा…” – जिससे साफ जाहिर होता है कि यह मेल डर पैदा करने की मंशा से भेजा गया था।

ट्रस्ट के अकाउंटेंट ने दर्ज कराई शिकायत

श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अकाउंट ऑफिसर महेश कुमार ने जब यह मेल देखा, तो उन्होंने तुरंत मंदिर प्रशासन और फिर साइबर थाना अयोध्या को इसकी जानकारी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आईटी एक्ट और बीएनएनएस (भारतीय न्यास सुरक्षा अधिनियम) की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा, सर्च ऑपरेशन तेज

ईमेल प्राप्त होने के तुरंत बाद राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की गई। अब तक की रिपोर्ट में सुरक्षा में कोई चूक नहीं पाई गई है। फिर भी, इस खतरे को नजरअंदाज न करते हुए यूपी पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने अयोध्या सहित सीमावर्ती जिलों में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

आईपी एड्रेस ट्रेस, तमिलनाडु से जुड़ा कनेक्शन

साइबर सेल ने धमकी भरे ईमेल की गहराई से जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह ईमेल तमिलनाडु से भेजा गया था। मेल भेजने वाले कंप्यूटर का आईपी एड्रेस भी ट्रेस कर लिया गया है। अब उत्तर प्रदेश पुलिस और तमिलनाडु पुलिस मिलकर आरोपी की पहचान और लोकेशन का पता लगाने में जुट गई हैं।

सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके। राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों का कहना है कि “धमकी में दम नहीं लग रहा, लेकिन इसे पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है।”

क्या कहते हैं सुरक्षा विशेषज्ञ?

विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे ईमेल सिर्फ डर और भ्रम फैलाने की कोशिश होते हैं, लेकिन इनकी अनदेखी करना किसी भी सूरत में सही नहीं होता। इसलिए प्रशासन की ओर से उठाए गए त्वरित कदम सराहनीय हैं।

यह मामला अब पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए अलर्ट का विषय बन चुका है। श्रीराम मंदिर को लेकर देश की भावनाएं जुड़ी हुई हैं, और ऐसे किसी भी कृत्य को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।