उदयपुर के पिसंहरी मंदिर के पास ग्राउंड में मिली थी प्रतिमा
मुकेश चतुर्वेदी/गंजबासौदा – नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर उदयपुर गांव में क्रिकेट खेलते समय बच्चों को मिली नंदी महाराज की मूर्ति की सूचना के बाद शुक्रवार के दिन पुरातत्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर उस मूर्ति को खोद कर निकलवाया,साफ सफाई की एवं उसे ट्रैक्टर ट्राली में रखवा कर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया। अब पुरात्तव विभाग द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
गुरुवार के दिन उदयपुर गांव में पिसनहारी मंदिर के पास पड़े खाली ग्राउंड में बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। तभी उन्हें एक गड्ढे में मूर्ति सी दिखाई पड़ी। जिसके बाद सभी ने वहां पहुंचकर थोड़ी सी खुदाई की तो वह मूर्ति नंदी महाराज की निकली। जिसके बाद यह खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई।
शुक्रवार के दिन सूचना के बाद जिला पुरातत्व अधिकारी नम्रता यादव सहित अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे। वहां जमीन में आधी गढ़ी हुई नंदी महाराज की प्रतिमा को खोदकर बाहर निकाला गया एवं उसकी सफाई की गई। बाद में उस मूर्ति को ट्रैक्टर ट्राली में रखवा कर पिसनहारी मंदिर के संग्रहालय में सुरक्षित रखवा दिया गया है।
ज्ञात हो कि उदयपुर क्षेत्र में पहले भी कई सुंदर और पुरातात्विक महत्व की मूर्तियां मिल चुकी है जिन्हें सूचना के बाद सुरक्षित रखवा दिया गया अभी भी सुनारी गांव के मंदिर में भगवान श्री गणेश की मनोहारी प्रतिमा विराजमान है। अब नंदी महाराज की मूर्ति मिलने के बाद उसके आसपास और खुदाई करवाई जाती है या नहीं यह विभागीय कार्रवाई पर निर्भर करता है।
इनका कहना है
सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया गया है या मूर्ति काफी पुरानी और सुंदर है विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी जा चुकी है एवं आगे जो निर्देश मिलेंगे वह कार्रवाई की जाए।
नम्रता यादव जिला पुरातत्व अधिकारी