भारत की अंतरिक्ष यात्रा एक नए युग में प्रवेश करने जा रही है। देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ से पहले, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अगले महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे। यह मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि साबित होगा, जो आने वाले वर्षों में अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह का बड़ा बयान
केंद्रीय अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस मिशन को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में निर्णायक कदम उठाने जा रहा है। उन्होंने कहा, “अगले महीने एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को लेकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन तय है। यह मिशन न केवल गगनयान की तैयारियों का हिस्सा है, बल्कि भारत के भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए भी मार्ग प्रशस्त करेगा।”
स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट से होगा लॉन्च
इस मिशन के लिए भारत ने 60 मिलियन डॉलर से अधिक का भुगतान किया है। यह एक वाणिज्यिक मिशन है जिसे अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स द्वारा अंजाम दिया जाएगा। मिशन को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा और यात्रियों को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल में भेजा जाएगा। यह लॉन्च अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर (फ्लोरिडा) से होगा।
कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला?
लखनऊ के रहने वाले और 40 वर्षीय ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन का हिस्सा बनाया गया है। वह भारतीय वायुसेना के अनुभवी पायलट हैं और इसरो ने उन्हें इस मिशन के लिए चुना है क्योंकि वह युवा हैं और उनके सामने एक लंबा करियर है। पिछले आठ महीनों से वह नासा और Axiom Space के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं।
क्रू मेंबर्स की जानकारी
इस मिशन में कुल चार सदस्य होंगे:
- कमांडर: पैगी व्हिटसन (नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री, वर्तमान में Axiom Space से जुड़ी)
- पायलट: शुभांशु शुक्ला (भारत)
- मिशन विशेषज्ञ: स्लावोज़ उज़्नान्स्की (पोलैंड, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी)
- मिशन विशेषज्ञ: टिबोर कापू (हंगरी)