Chardham Yatra Guidelines : चारधाम यात्रा पर जाने की कर रहे हैं प्लानिंग तो पहले पढ़ लें ये गाइडलाइन्स, पढ़ें पूरी डिटेल

Chardham Yatra Guidelines : उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत से पहले नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इस वर्ष चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से प्रारंभ होगी, जब अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। इसके बाद केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को सुबह 7 बजे और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे। सरकार की नई गाइडलाइंस का उद्देश्य यात्रा को अधिक सुरक्षित, व्यवस्थित और सुविधाजनक बनाना है, ताकि लाखों श्रद्धालु निर्बाध रूप से अपने धार्मिक अनुभव को पूर्ण कर सकें।

चारधाम यात्रा 2025 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 11 मार्च से शुरू हो चुकी है। पंजीकरण के लिए यात्रियों को आधार कार्ड अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा। जबकि ऑफलाइन पंजीकरण यात्रा शुरू होने से 10 दिन पहले आरंभ होंगे। इस बार सरकार ने पंजीकरण प्रक्रिया को संतुलित रखने के उद्देश्य से 60% पंजीकरण ऑनलाइन और 40% ऑफलाइन रखने का निर्णय लिया है, जिससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालुओं को भी सुविधा मिल सके और वे भी सुगमता से यात्रा का लाभ उठा सकें।

चारधाम यात्रा 2025 के लिए पंजीकरण को सरल और सुलभ बनाने के लिए सरकार ने कई माध्यम उपलब्ध कराए हैं। पंजीकरण के लिए यात्री आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप, व्हाट्सएप सेवा, टोल फ्री नंबर और यात्रा मार्ग पर स्थित पंजीकरण काउंटरों का उपयोग कर सकते हैं। पंजीकरण के समय यात्रियों को अपना पूरा नाम, आयु, लिंग, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और फोटो पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड) देना अनिवार्य होगा। यह व्यवस्था यात्रा को सुरक्षित, पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से लागू की गई है।

चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए यात्रा मार्ग पर व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। पूरे मार्ग में हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस या हिल पेट्रोलिंग यूनिट की तैनाती की जाएगी, ताकि ट्रैफिक जाम या किसी भी दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों को त्वरित सहायता मिल सके। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर शौचालय, पीने का पानी, चिकित्सा केंद्र और विश्राम स्थल जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं 15 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएंगी। इस बार विशेष प्रबंधन के तहत यात्रा के पहले महीने में वीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी, जिससे सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से सामान्य प्रक्रिया से दर्शन का अवसर मिल सके।

श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चारधाम यात्रा 2025 के लिए इस बार कई नई सुविधाएं शुरू की गई हैं। यात्रा मार्ग पर अधिक होटल और गेस्ट हाउस बनाए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों को ठहरने में कोई असुविधा न हो। इसके अलावा, हर 20-30 किलोमीटर पर मेडिकल चेकपोस्ट स्थापित किए जाएंगे, जिससे किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। यात्रा मार्गों पर सड़कों का चौड़ीकरण और मरम्मत का कार्य तेजी से जारी है, और आपातकालीन परिस्थितियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही, कई प्रमुख स्थानों पर मुफ्त वाई-फाई और स्वच्छ, सस्ते भोजन की व्यवस्था की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं का अनुभव सुविधाजनक और यादगार बन सके।

यात्रा के लिए जरूरी सुझाव

चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझावों का पालन करना आवश्यक है:
• यात्रा पर निकलने से पहले पंजीकरण अवश्य कराएं, क्योंकि बिना पंजीकरण यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
• यात्रा के दौरान मौसम की स्थिति की जानकारी रखें और अपने साथ गर्म कपड़े, रेनकोट, आरामदायक जूते जैसे आवश्यक वस्त्र और सामान अवश्य रखें।
• यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो यात्रा के दौरान मौजूद चिकित्सीय सुविधाओं का उपयोग करें और अनावश्यक जोखिम न लें।
• यात्रा मार्ग पर प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों और सुरक्षा नियमों का पालन करें, जिससे आप और अन्य श्रद्धालु सुरक्षित रहें।

इन सरल लेकिन महत्वपूर्ण गाइडलाइंस का पालन करके आप अपनी चारधाम यात्रा को न केवल सुरक्षित, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी बेहद सुखद बना सकते हैं।