Gold-Silver Price : इंदौर के सराफा बाजार में शनिवार को सोने के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। सोना 650 रुपये की तेजी के साथ 95,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यह बढ़त खासतौर पर अक्षय तृतीया से पहले ग्राहकों की तेजी से बढ़ती डिमांड के कारण देखी जा रही है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी त्योहार और विवाह सीजन को देखते हुए खरीदारों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे सोने की कीमतों में लगातार उछाल बना हुआ है।
जहां एक ओर सोने के दामों में जोरदार तेजी देखने को मिली, वहीं चांदी के भाव शनिवार को इंदौर के बाजार में स्थिर बने रहे। सराफा बाजार में चांदी का रेट 97,000 रुपये प्रति किलो पर कायम रहा। चांदी चौरसा और RTGS का भाव 97,000 रुपये प्रति किलो रहा, जबकि चांदी टंच 97,100 रुपये प्रति किलो पर बिकी। इसके अलावा, चांदी के सिक्कों का भाव 1,100 रुपये प्रति नग दर्ज किया गया। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल चांदी की मांग में स्थिरता बनी हुई है, जिससे इसके दामों में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया।
अक्षय तृतीया जैसे शुभ पर्व के नजदीक आते ही सराफा बाजारों में हलचल बढ़ गई है। खासतौर पर लाइट वेट गोल्ड ज्वेलरी की मांग में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक ग्राहक बड़ी संख्या में खरीदी के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं। लाइट वेट गहनों की लोकप्रियता का प्रमुख कारण यह है कि ये बजट फ्रेंडली होते हैं और शादी-विवाह जैसे अवसरों पर उपहार के रूप में भी दिए जा सकते हैं। इससे न केवल जेब पर कम भार पड़ता है, बल्कि इन्हें पहनना भी बेहद सुविधाजनक होता है।
सोने की कीमतों में हालिया उछाल केवल घरेलू मांग तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई वैश्विक कारण भी जिम्मेदार हैं। अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी के चलते ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता का माहौल बन गया है। इसके अलावा, संभावित वैश्विक मंदी ने निवेशकों का रुझान सुरक्षित विकल्पों की ओर मोड़ दिया है, जिसमें सोना प्रमुख रूप से शामिल है। डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 4% तक की गिरावट भी एक अहम कारण है, जिसने आयातित सोने को और महंगा कर दिया है। इन तमाम अंतरराष्ट्रीय कारकों ने सोने की कीमतों को वैश्विक स्तर पर समर्थन प्रदान किया है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है।
उज्जैन के सराफा बाजार में सोने-चांदी के दामों में शनिवार को स्थिरता और हल्की तेजी देखने को मिली। सोना केडबरी 95,400 रुपये प्रति 10 ग्राम और सोना रवा 95,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा। वहीं चांदी पाट 97,200 रुपये प्रति किलो और चांदी टंच 97,100 रुपये प्रति किलो रही। चांदी के सिक्कों की कीमत 1,000 रुपये प्रति नग पर स्थिर बनी रही। अक्षय तृतीया के नजदीक आने के चलते बाजार में खरीदारी का रुख बना हुआ है।
गहने खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, ताकि आप न सिर्फ सही कीमत पर खरीदारी करें, बल्कि गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध धातु भी प्राप्त करें। सबसे पहले, गहनों की कीमत में जीएसटी (वर्तमान में 3%) और मेकिंग चार्ज अलग से जोड़े जाते हैं, जिससे कुल राशि बढ़ जाती है। इसलिए खरीदारी से पहले दुकानदार से कुल खर्च की स्पष्ट जानकारी लें।
हॉलमार्क की अनदेखी न करें
सोने की शुद्धता की पहचान उसके हॉलमार्क से होती है, जो भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) द्वारा प्रमाणित होता है। हॉलमार्क में चार मुख्य बातें शामिल होती हैं:
1.BIS का लोगो
2.कैरेट (जैसे 22K या 18K)
3.जौहरी का पहचान चिन्ह
4.परीक्षण केंद्र का कोड
यह निशान यह सुनिश्चित करता है कि सोने में मिलावट नहीं है और वह तय मानकों के अनुसार है। बिना हॉलमार्क के गहने लेने पर गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं होती और आगे चलकर रिफंड या रीसेल में परेशानी हो सकती है।
सुझाव:
•हमेशा रसीद लें और उसमें कैरेट, वजन, मेकिंग चार्ज और जीएसटी की जानकारी स्पष्ट हो।
•दुकानदार से हॉलमार्किंग का सर्टिफिकेट जरूर मांगें।
•अपने बजट और जरूरत के अनुसार वजन और डिज़ाइन चुनें।
इस तरह की सतर्कता से आपकी खरीदारी सुरक्षित और संतोषजनक रहेगी।