“मौत से 15 मिनट का फासला: पहलगाम में हुए आतंकी हमले से महू का एक परिवार बाल-बाल बचा

जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत मगर अब सिहरन भर देने वाले पहलगाम में हाल ही में जो आतंकी हमला हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अंधाधुंध गोलियों की बौछार में करीब 30 निर्दोष जिंदगियाँ हमेशा के लिए खामोश हो गईं। पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी है और फिज़ा में अब भी डर की गूंज सुनाई देती है। इसी खौफनाक हमले के दौरान महू के होटल व्यवसायी सुमित शर्मा और उनका परिवार एक ऐसे मोड़ पर थे, जहाँ ज़िंदगी और मौत के बीच बस 15 मिनट का फासला था। परिवार थोड़ी ही देर पहले उस स्थान से रवाना हुआ था, जहाँ कुछ ही पलों बाद आतंकियों ने सैलानियों पर कहर बरपा दिया।
वीडियो जारी कर दिया संदेश
सुमित शर्मा ने खुद पहलगाम से एक वीडियो संदेश जारी कर बताया कि उनका परिवार तो सुरक्षित है, मगर अब भी कई अन्य पर्यटक सेना की सुरक्षा में वहाँ फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही प्रशासन की एडवाइजरी आएगी, सभी को सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचाया जाएगा।

वहीं, सुमित शर्मा की माता जी ने इंडिया न्यूज़ से बात करते हुए भावुक स्वर में कहा, ईश्वर का लाख-लाख शुक्र है कि हमारा परिवार बच गया… मगर जो मासूम जानें गई हैं, उनका दुःख हमें अंदर तक झकझोर गया है। इन दरिंदों पर अब कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”ये घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि आतंक की आँधी कब किसे अपने साथ उड़ा ले जाए, कोई नहीं जानता। लेकिन सुमित शर्मा का परिवार आज ज़िंदा गवाही है इस बात की कि कभी-कभी कुछ मिनट ही ज़िंदगी के सबसे बड़े चमत्कार बन जाते हैं।