जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देश को झंकझोर कर रख दिया है। इस हमले में दो विदेशी नागरिकों समेत 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। हमले के बाद से श्रीनगर से लेकर दिल्ली तक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई-अलर्ट जारी है और लगातार उच्चस्तरीय बैठकों का दौर जारी है।
धर्म विशेष को बनाया निशाना
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कायराना हमले की तीखी निंदा करते हुए साफ शब्दों में कहा, “यह हमला एक धर्म विशेष को निशाना बनाकर किया गया, जो न केवल निंदनीय है, बल्कि पूरी मानवता पर हमला है।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस हमले के एक-एक जिम्मेदार को खोज निकालेगी और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
पर्दे के पीछे बैठे लोगों तक पहुंचना है लक्ष्य
राजनाथ सिंह ने कहा, “देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी। हम सिर्फ हमले को अंजाम देने वालों तक ही नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे बैठकर इन घटनाओं को संचालित करने वाले मास्टरमाइंड्स तक भी पहुंचेंगे। आरोपियों को जल्द ही ऐसा करारा और निर्णायक जवाब मिलेगा कि पूरी दुनिया देखेगी।”
तीनों सेनाओं के प्रमुखों से की चर्चा
हमले के बाद रक्षा मंत्री ने देश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेनाओं के प्रमुखों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने उन्हें पहलगाम सहित समूचे जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सरकार अब साफ कर चुकी है — आतंकवाद के इस नापाक खेल को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।