पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए एलआईसी अधिकारी सुशील नथानियल का पार्थिव शरीर बुधवार रात 9 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर लाया गया। हृदयविदारक दृश्य के बीच उनकी अंतिम यात्रा वीणा नगर स्थित निवास की ओर बढ़ी। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों को ढाढ़स बंधाया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “प्रदेश सरकार हर कदम पर शहीद के परिवार के साथ है।”
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हमले के समय सुशील अपनी पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा और बेटे ऑस्टन के साथ थे। गोलीबारी में बेटी आकांक्षा घायल हो गई, जबकि पत्नी और बेटा किसी तरह जान बचाने में सफल रहे। घायल परिजनों को फ्लाइट से इंदौर लाया गया। सुशील मूल रूप से जोबट (मध्य प्रदेश) के निवासी थे और वर्तमान में आलीराजपुर में एलआईसी की सैटेलाइट शाखा में कार्यरत थे।
सुशील नथानियल के पार्थिव शरीर के पहुंचते ही उनके घर वीणा नगर और आसपास का इलाका शोक की लहर में डूब गया। सैकड़ों की संख्या में लोग अंतिम दर्शन को पहुंचे। कोई पानी पिला रहा था, कोई बैठने की व्यवस्था कर रहा था—हर शख्स इस दुख की घड़ी में उनके परिवार का सहारा बना। ऐसा लग रहा था मानो पूरा शहर सुशील को अंतिम बार विदा देने के लिए एकजुट हो गया हो।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोकसंतप्त परिवार से मिलकर गहरी संवेदना प्रकट की। सुशील की पत्नी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति से पहले कलमा पढ़ने को कहा था, और जब उन्होंने खुद को ईसाई बताया, तो उन्हें गोली मार दी गई। इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार शहीद के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।