कश्मीर को यु तो धरती का स्वर्ग कहा जाता है। लेकीन अब कश्मीर जब भी बात की जाएगी 22 अप्रेल को हुई भयानक घटना को जरुर याद किया जाएगा । पहलगाम में जो भयावक घटना हुई थी ,उस घटना की कहानी अब सामने आ रही है। इस आतंकी हमले में इंदौर निवासी सुशील नथानियल की मृत्यु हो गई थी । उनके बेटे ऑस्टिन नथानियल ने मीडिया को बताया कि आतंकी गोलिया चलाने के साथ साथ सिर पर कैमरा लगाकर सेल्फी ले रहे थे।
21 वर्षीय बेटे के सामने चला दी पिता पर गोलिया
ऑस्टिन ने एक इंटरव्यू के दोरान धटना के बारे मे बताया कि उनके पिता सुशील को आतंकियों ने घुटनों के बल बैठाकर कलमा पढ़ने के लिए कहा। जब उन्के पिता सुशील ने आतंकियों से कहा कि वे ईसाई है और उन्हे कलमा पड़ना नहीं आता ,तो आतंकियों ने उन पर गोली चला दी। ऑस्टिन ने बताया कि
आतंकी पूछ रहे थे – ‘मुस्लिम-मुस्लिम?’ और जो नहीं था, उसे सीधे गोली मार दी। भावुक होते हुए उन्होने कहा कि उन्के सामने 6 लोगो को गोली मार दी गई।ऑस्टिन ने यह भी बताया कि आतंकियों ने पहचान करने के लिए लोगों से खतना की जांच की और जिनका खतना नहीं था, उन्हें भी मार दिया गया। ऑस्टिन ने सबसे हैरान कर देने की बात का खुलासा करते हुए कहा कि आतंकी उम्र में 15-16 साल के किशोर जैसे लग रहे थे।
सुशील ने परिवार को बचाने के लिए दी जान
सुशील के भाई संजय नथानियल ने एक इंटरव्यू के दोरान बताया कि सुशील ने अपने अच्छे पिता होने का फर्ज निभाया और हमले के समय ,अपनी पत्नी जेनिफर और बच्चों को छिपा दिया था। इसके बाद आतंकी उन्हें पकड़कर बाहर लाए और उन्से कलमा पढ़ने को कहा। जिसके बाद उन्हे गोली मार दी गई ।
सुशील को दी गई आंतीम विदाई ,CM रहे मोजुद
परिवार जेनिफर का जन्मदिन मनाने के लिए कश्मीर गया था। उनके साथ बेटा ऑस्टिन और बेटी आकांक्षा भी थीं। हमले में सुशील की मौत हो गई और आकांक्षा के पैर में गोली लगी थी। जेनिफर और ऑस्टिन किसी तरह बच निकले ।सुशील नथानियल का अंतिम संस्कार जूनी इंदौर कब्रिस्तान में ईसाई रीति-रिवाजों से किया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे। मध्यप्रदेश सरकार के बड़े मंत्री जैसे तुलसी सिलावट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मोजुद रहे ।