प्रॉपर्टी का डब्बा गोल, पार्ट- 50: छोटे plot पर डिब्बे जैसे फ्लैट बना दिए


राजेश राठौर
exclusive

स्वतंत्र समय, इंदौर

गली मोहल्ले के ‘टटपुंजिये बिल्डरों’ ने 1000-1200 सौ, 1500 सौ स्क्वेयर फिट के छोटे प्लाटों ( plot ) पर माचिस की डब्बी के जैसे, डब्बेनुमा फ्लैट बना दिए जो लोगों ने खरीद लिए। अब लोग इन मल्टियों में पार्किंग के कारण परेशान हो रहे हैं।

छोटे plot की हर मंजिल पर तीन से चार फ्लैट

गली मोहल्ले से लेकर कालोनियों में छोटे-छोटे बिल्डरों ने छोटे प्लाट ( plot ) की हर मंजिल पर दो-तीन-चार फ्लैट बना दिए, लोगों ने खरीद भी लिए। जब मल्टी में सब लोग रहने आ गए, तो हर फ्लैट वाले ने कम से कम दो स्कूटर और एक कार खरीद ली। अब ये सारे वाहन मल्टी में पार्किंग की जगह नहीं होने से सडक़ों पर खड़े रहते हैं। जिसको लेकर फ्लैट वालों से लेकर ‘अड़ोसी-पड़ोसियों ’ से आए दिन विवाद होते रहते हैं। फ्लैट खरीदते समय ना तो बिल्डर ने और ना ही खरीदने वालों ने पार्किंग के बारे में भी नहीं सोचा। अब फ्लैट वाले ये फ्लैट बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं। डिब्बेनुमा बने इन फ्लैटों की कीमत भी नहीं बढ़ पाई। कई फ्लैट वालों की स्थिति तो इतनी खराब है कि उन्होंने जितनी कीमत में फ्लैट खरीदे थे, उस कीमत पर भी इतने साल बाद फ्लैट नहीं बिक रहे हैं। यदि लोग फ्लैट खरीदते समय ये सब बातें सोच लेते तो पछतावा नहीं होता। अभी भी इंदौर में इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि लोग मल्टी में पार्किंग की जगह ना होने के बावजूद फ्लैट खरीद रहे हैं। कई बिल्डरों ने तो सैकड़ों फ्लैट अवैध बना दिए । ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ की लोगों से अपील है कि छोटे प्लाट पर बनने वाले फ्लैट खरीदने के पहले सोच-समझकर फैसला करें।