इंदौरी land mafias को ठिकाने लगाएंगी बड़ी कंपनियां


राजेश राठौर
exclusive

स्वतंत्र समय, इंदौर

लोगों की भावनाओं से खेलते हुए जिस तरह से इंदौरी भू-माफिया ( land mafias ) ने लोगों को करोड़ों रूपये की चपत लगाई, जिनका जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि और सरकार कुछ नहीं बिगाड़ पाई, उनको अब ईमानदार बड़ी कंपनियां ठिकाने लगा देंगी ।

बड़ी कंपनियां आईं तो land mafias की दुकानें हो जाएंगी बंद

इंदौर में शहर के बीचों-बीच महू नाका चौराहे पर ‘मुर्गी पालन केन्द्र की सत्रह एकड़ जमीन पर’ याने सात लाख स्क्वेयर फिट से ज्यादा जगह स्मार्ट सिटी कंपनी से साढ़े चार सौ करोड़ में गुजरात की ‘तीरथ गोपीकॉन कंपनी’ ने खरीद ली है। जहां पर सैकड़ों प्लाट, हजारों फ्लैट, दुकान, आफिस और शोरूम बनेंगे। इस तरह की कंपनियां खरीदारों से बाकाय़दा अधिकृत एग्रीमेंट करती हैं, अधिकांश पैसा चेक से लेती हैं। बाहरी कंपनियां लगातार इसी तरह से आती रहीं तो इंदौर में जो कुकुरमुत्ते की तरह भूमाफिया ( land mafias ) बिल्डर और कालोनाइजर पैदा हो गए हैं उनकी दुकान अपने-आप बंद हो जायेगी, फर्ज़ी प्रापर्टी ब्रोकर भी बाहर होंगे। पुराने इंदौर को नया इंदौर बनाने में इस कंपनी का बड़ा योगदान रहेगा क्योंकि ये कंपनी कोई अवैध निर्माण नहीं करेगी। लोगों से प्लाट के पैसे लेकर खायेगी नहीं, इसके पहले इंदौर में ‘गोदरेज समूह’ ने ‘इंदौर-उज्जैन रोड और वायपास पर’ लगभग सौ एकड़ जमीन खरीदी है। हालांकि मंदीबाड़े के कारण गोदरेज की उज्जैन रोड की कालोनी का माल अभी नहीं बिका है। इंदौर में ‘अपोलो ग्रुप के अग्रवाल’ और विनोद अग्रवाल गु्रप की कंपनी ‘एमराल्ड’, ‘साहिल ग्रुप’ के नरेन्द्र कंधारी जैसे लोगों का काम साफ-सुथरा होने के कारण इनका माल जल्दी बिक जाता है। बाकी कुछ और ग्रुप और अच्छा काम करने की कोशिश कर रहे हैं। ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि इंदौर में आप कोई भी प्रापर्टी खरीदें, लेकिन सरकारी अनुमतियां और कालोनाइजर बिल्डर की प्रतिष्ठा की जांच भी एक बार कर लें। किसी भी उठाईगिरे प्रापर्टी ब्रोकर कालोनाइजर और बिल्डर की प्रापर्टी किसी भी कीमत पर नहीं खरीदें, नहीं तो आपकी जीवन भर की कमाई डूब जायेगी।