मंदसौर में दर्दनाक हादसा, ईको वैन कुएं में गिरी, 12 की मौत

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के बूढ़ा-टकरावत फंटे पर एक ईको वैन अनियंत्रित होकर बाइक से टकराई और सीधे सड़क किनारे बने कुएं में जा गिरी। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। वैन में कुल 14 लोग सवार थे, जो उज्जैन जिले के उन्हेल से नीमच जिले के आंतरी माता मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे।

बचाव में जान गंवाने वाले ग्रामीण का भी शव निकाला गया

हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीण बचाव कार्य में जुटे, जिनमें मनोहर सिंह नामक एक ग्रामीण भी शामिल था। मनोहर सिंह ने हिम्मत दिखाते हुए 2-3 लोगों को कुएं से बाहर निकाला, लेकिन जहरीली गैस के कारण दम घुटने से उसकी भी मौत हो गई। शवों को निकालने के लिए एसडीईआरएफ (SDERF) की टीम को मौके पर बुलाया गया, जिसने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मृतकों को कुएं से बाहर निकाला। वैन को भी क्रेन की मदद से बाहर लाया गया है।

बताया गया कि कुएं में अभी भी 8 से 10 फीट तक पानी मौजूद है। मोटर पंप के जरिये पानी निकाला जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कुएं में और कोई शव न हो। पूरी सतर्कता से रेस्क्यू अभियान जारी है।

हादसे में घायल हुए चार लोगों को, जिनमें एक तीन साल की बच्ची भी शामिल है, तुरंत मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाइक सवार की पहचान आबाखेड़ी गांव के गोबर सिंह के रूप में हुई है, जो वैन से टकरा गया था।

डिप्टी सीएम मौके पर मौजूद, प्रशासन ने संभाली कमान

हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा खुद घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। उनके साथ कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद, एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी और एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी भी मौके पर मौजूद रहे। डिप्टी सीएम ने बताया कि सबसे पहले बच्चों को कुएं से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया।

उन्होंने कहा, “गाड़ी को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जैसे ही मुझे हादसे की सूचना मिली, मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा। जिले के तमाम अधिकारी भी यहां मौजूद हैं और पूरी मुस्तैदी से राहत कार्य में लगे हुए हैं।”