हमारे पास कम पड़ी जमीन, मांगने वाले ज्यादा: CM Mohan Yadav

स्वतंत्र समय, इंदौर/भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने रविवार को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा-हमने सरकार गठन के बाद तुरंत उद्योग और रोजगार की तरफ ध्यान दिया। हम छोटे-छोटे स्थान पर भी उद्योगपति को ले गए। हमारे पास जमीन कम पड़ रही है। प्रोजेक्ट मांगने वाले ज्यादा आ रहे हैं। प्रदेश में आज की स्थिति में 6 आईटी पार्क हैं। हमने 18 नीतियां लोकार्पित की थीं। पूरी दुनिया के निवेशक यहां आ रहे हैं।

CM Mohan Yadav ने उद्योगपतियों को दिए लेटर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ( CM Mohan Yadav ) ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सेंटर इंदौर (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर), कास्ट एनेक्स, जबलपुर आईटी पार्क ब्लॉक बी, वॉर्की टेक पार्क, इंदौर का लोकार्पण किया। वहीं, उद्योगपति दीपेंद्र मिस्त्री, पारितोष मंगल, मनोज मोदी, अनिरुद्ध केला, नितिन अग्रवाल, रोहन श्रीवास्तव, अर्पित कंथाली, सुनीता तांबोली को लेटर ऑफ अलॉटमेंट प्रदान किए। इस मौके पर बड़वाई आईटी पार्क और पंचशील आईटी पार्क और दृष्टि आईआईटीआई इंदौर का भूमिपूजन भी किया। साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की 4 पॉलिसी गाइडलाइन जारी की गई।

देश की इकोनॉमी को एमपी की वेव बढ़ाएगी

कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन के सीईओ संजय गुप्ता ने कहा कि कर्नाटक देश का अग्रणी राज्य है। आज एक नई वेव नजर आ रही है। इंडस्ट्री आधारित ग्रोथ। मैं मध्यप्रदेश को अपने इंडस्ट्री क्लाइंट के रूप में देखता हूं। मेरा विचार है कि एक प्रोफेशनल बॉडी बने, जो इंडस्ट्री और सरकार के बीच काम करे। डिजिटल इकोनॉमी में स्टार्टअप्स की मुख्य भूमिका है। भविष्य में बड़ी संख्या में युवा इस सेक्टर में आएंगे। मध्य प्रदेश से उठी यह वेब देश की इकोनॉमी को बढ़ाएगी।

ग्रीन शहर में भी इंदौर नंबर वन होगा

इसके पहले नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा-इंदौर 2 टियर माना जाता था। मुझे इस पर आपत्ति है। यह शहर किसी से कम नहीं है। यह देश का सबसे स्वच्छ शहर है। आने वाले समय में यह शहर ग्रीन इंदौर में भी नंबर वन होंगे। पेड़ लगाकर हम शहर का 5 डिग्री टेम्प्ररेचर कम करेंगे। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने प्रदेश में निवेश की संभावनाएं गिनाईं और कहा कि दो माह पहले हुई ग्लोबल इन्वेस्टमेंंट (जीआईएस) के नतीजे अच्छे मिले हैं।

प्रदेश के 5 शहरों में आगे बढऩे की कैपिबिलिटी

एक्सपर्ट विश्वनाथन केएस ने कहा-देश में आज 1700 जीसीसी हैं और अगले 5 साल में नए 3000 जीसीसी आएंगे। मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जिसने जीसीसी पॉलिसी को अपनाते हुए लैंड रिकॉर्ड, इलेक्ट्रिसिटी बिल जैसी सुविधाओं में कार्य किया है। विकसित भारत में मध्य प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में आगे बढऩे की कैपिबिलिटी है। मध्य प्रदेश में टूरिज्म और कनेक्टिविटी बेहतर है। बैंग्लोर में 7 से 8 प्रतिशत आईटी प्रोफेशनल्स मध्यप्रदेश से हैं, जो अपने प्रदेश लौटना चाहते हैं।

आईटी को नई ऊंचाई प्रदान करने के लिए संकल्पित

एचएलबीएस प्राइवेट लिमिटेड के मितेश लोकवानी ने कहा कि भोपाल में नई यूनिट स्थापित की है, जो डेस्कटॉप निर्माण में कार्य कर रही है। हमारी कंपनी ने देश-दुनिया में कम्प्यूटर और आईटी उपकरण निर्यात किए हैं। एचएलबीएस आज मेक इन इंडिया के विजन पर कार्य करते हुए देश की 7वीं ऐसी कंपनी है, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। हम मध्य प्रदेश सरकार के साथ कार्य करते हुए राज्य में आईटी सेक्टर को नई ऊंचाई प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं।