स्वतंत्र समय, इंदौर
दिल्ली से आई गारबेज फ्री सिटी और वाटर प्लस की टीमों ने शहर के सभी 85 वार्डों की सफाई व्यवथाओं का सर्वे ( Survey ) प्रारंभ कर दिया है। आठंवां खिताब जीतने के लिए इंदौर पूरी तरह से तैयार है। पिछले 15 दिन से शहर में चल रहे गारबेज फ्री सिटी और वाटर प्लस की टीमें शहर के 85 वार्डों में से 59 वार्डों का सर्वे कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक सर्वेक्षण का काम अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। दिल्ली से आई टीम कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) और खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) जल मानकों सहित विभिन्न स्वच्छता मापदंडों का गहन निरीक्षण कर रही है, जो कुल 12,500 अंकों में से 2,500 का महत्वपूर्ण भार रखते है।
Survey टीमें सबसे ज्यादा पब्लिक फीडबैक ले रही है
सर्वे ( Survey ) टीम ने नगर निगम के समस्त जोनों में जाकर साफ-सफाई, गंदगी और पब्लिक फीडबैक लिए है। इस दौरान टीम ने जोन अंतर्गत आने वाले विभिन्न पर्यटन स्थलों का जायजा लिया। वहां मौजूद लोगों से बातचीत की। इसी प्रकार वाटर प्लस की टीम शहर में वाटर बाडी का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने शहर की कान्ह , सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सुलभ शौचालय, नाले-नालियों की जांच की है। अभी कुछ और जगह जांच करना बाकी है। वाटर प्लस सर्वे का काम भी अगले 10 दिन तक चलेगा। वाटर प्लस सर्वे में सीवेज वाटर की रिसाइक्लिंग के कामों को बारीकी से देखा जाएगा। इसके मद्देनजर सीवेज शाखा के अधिकारी और कर्मचारी पिछले सप्ताह से जुटे हुए हैं।
साथ-साथ हो रहा है स्वच्छता का परीक्षण
जानकारी के मुताबिक सफाई सर्वे में अव्वल बने रहने के लिए इंदौर नगर निगम को गार्बेज फ्री सिटी में सेवन स्टार का तमगा भी लेना होगा। 15 दिन से चले रहे सर्वे में 50 वार्ड परख लिये गये हैं। 10 मई तक चलने वाले सर्वे में सभी 85 वार्ड देखे जाएंगे। इसी के साथ साथ वाटर प्लस की टीम भी वार्डोंं में पहुंचकर स्वच्छता का परीक्षण कर रही है। यह टीम भी विगत 15 दिनों के भीतर 50 वार्डों का परीक्षण कर चुकी है। बताया गया है की सेवन स्टार का खिताब इंदौर के पास है। यही तमगा नवी मुंबई और सूरत को भी लेना है तभी इंदौर से मुकाबले में टिक पाएंगे। वॉटर प्लस सिटी ये दोनों शहर पहले से है। इसके बारह सौ नंबर है। नगर निगम के सफाई अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा के साथ ही नदी-नालों के अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया का भी इम्तेहान बॉटर प्लस सर्वे में चल रहा है।
7 स्टार के तमगे को कायम रखने के लिए यह सर्टिफिकेट लेना जरूरी है
निगम के अधिकारियों के अनुसार 12500 नंबर के सफाई सर्वे में ढाई हजार नंबर गार्बेज फ्री सिटी (जीएफसी) और वॉटर प्लस सर्वे के है। जीएफसी सर्टिफिकेट के 1300 सौ नंबर हैं। इंदौर को अपने सेवन स्टार तमगे को कायम रखने के लिए यह सर्टिफिकेट लेना जरूरी है। पिछली मर्तबा सर्वे देरी से हुआ था। इस वजह से पुराना सर्टिफिकेट काम दे गया था। इस बार सात सितारा के साथ ही वॉटर एनससिटी का सर्टिफिकेट भी लेना है। जीएफसी सर्वे में एक-एक वार्ड को देखा जा रहा है। 85 में से 50 वार्ड का सवें हो गया है। पंद्रह दिन से चौदह लोगों की टीम जांच कर रही है। एक वार्ड को दो दिन देखा जा रहा है। दस मई तक जीएफसी का इंदौर सर्वे पूरा हो जाएगा। पंद्रह मई को डेड लाइन है। इंदौर के लिए स्पेशल टीम आई है। जीएफसी और वॉटर प्लस के लिए एक ही एजेंसी सवें करेगी।