इंदौर में सियासी पारा उस वक्त चढ़ गया जब मध्यप्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जुबानी हमला बोल दिया। उन्होंने राहुल गांधी की समझदारी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे जातिगत जनगणना जैसे संवेदनशील मुद्दे को समझ ही नहीं पा रहे हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि जनगणना केवल किसी एक समुदाय के लिए नहीं, बल्कि देश की हर जाति के लिए है। फिर चाहे वह हिंदू हों या मुस्लिम। आपको पता है कि “भारत में मुस्लिमों की भी करीब चालीस जातियां हैं, और उनकी भी अलग से गणना की जाएगी,” उन्होंने दो टूक कहा। अल्पसंख्यक नाम से कोई जनगणना नहीं होगी, बल्कि आंकड़े जातिगत आधार पर एकत्रित किए जाएंगे।
हर दिन एक लड़की लवजिहाद का शिकार
भोपाल में बढ़ते कथित लव जिहाद मामलों को लेकर विजयवर्गीय और भी आक्रामक नजर आए। उन्होंने दावा किया कि राजधानी भोपाल में हर दिन एक युवती इस साजिश का शिकार हो रही है। शहर के नेताओं को उन्होंने चेतावनी दी कि अब नेतागिरी छोड़कर जमीनी हकीकत पर ध्यान देना होगा। उन्होंने तीखे लहजे में पूछा, “आखिर समाज में लव जिहाद का जहर कौन घोल रहा है?”
जिंदा रहे तो वह नमाज़ पढ़ेंगे
इतना ही नहीं, पाकिस्तान को लेकर भी विजयवर्गीय ने तल्ख तेवर दिखाए। एक पाकिस्तानी सांसद के भड़काऊ बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, “अगर हमारे सेना प्रमुख युद्ध में जिंदा रहे तो वह नमाज़ पढ़ेंगे – पर कौन कब्र में जाएगा, ये वक्त बताएगा।” उन्होंने विश्वास से कहा कि भारत अपनी सैन्य ताकत से पाकिस्तान को 24 घंटे में खत्म कर सकता है। “हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है – समय आने पर सब कुछ साफ हो जाएगा,” उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा।
राजनीति में आया उबाल
कैलाश विजयवर्गीय के इन तीखे और चुनौतीपूर्ण बयानों ने देश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचा दी है। जातिगत जनगणना, लव जिहाद और पाकिस्तान जैसे तीनों संवेदनशील मुद्दों पर उनका आक्रामक रुख अब देशभर में चर्चा का केंद्र बन गया है।