दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने ऐलान किया कि दिल्ली के सभी स्कूलों, धार्मिक स्थलों और बाजारों में अब सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। इस फैसले के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय गुरुवार को आयोजित एक संयुक्त बैठक में लिया गया, जिसमें दिल्ली के सभी जिलाधिकारी (DM), पुलिस उपायुक्त (DCP) और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। यह बैठक “मिशन बदल रही है दिल्ली” अभियान के तहत बुलाई गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगल-यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा है, क्योंकि यह न केवल प्रदूषण फैलाता है, बल्कि मिट्टी और जल स्रोतों को भी नुकसान पहुंचाता है। सरकार अब बायोडिग्रेडेबल और पुन: उपयोग योग्य विकल्पों को बढ़ावा देगी।
स्वच्छता व्यवस्था होगी और बेहतर
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह भी घोषणा की कि राजधानी में सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा। इसके तहत अब दिल्ली की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई दिन में दो बार की जाएगी। उन्होंने जोर दिया कि स्वच्छता सिर्फ एक सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि नागरिकों की भी साझा जिम्मेदारी है। इस फैसले का उद्देश्य दिल्ली को स्वच्छ, सुंदर और विकसित शहर बनाना है।
श्रमिकों के लिए विशेष घोषणाएं
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दिल्ली में काम करने वाले श्रमिकों के हित में कई नई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अब श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए हर साल नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही श्रमिकों को दोपहर के समय, दोपहर 12 बजे से लेकर अपराह्न 3 बजे तक विश्राम का समय मिलेगा। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए जल्द ही एक अधिसूचना जारी की जाएगी।
जीवन गुणवत्ता में सुधार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार दिल्ली में काम करने और बसने वाले लोगों को बेहतर जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका लक्ष्य है कि हर व्यक्ति को गरिमामय जीवन मिले और दिल्ली विकास के नए आयाम छुए।