रामनगरी अयोध्या में धार्मिक और सांस्कृतिक मर्यादाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एक ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। अयोध्या नगर निगम की कार्यकारी समिति ने राम पथ के 14 किलोमीटर लंबे हिस्से में शराब और मांस की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। साथ ही, इस मार्ग पर अब पान, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट और इनरवियर जैसे उत्पादों के विज्ञापन भी पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। राम पथ, जो अयोध्या और फैजाबाद को जोड़ते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक जाता है, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक माना जाता है। यह प्रस्ताव इस मार्ग की पवित्रता बनाए रखने और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नगर निगम के अनुसार, यह प्रतिबंध केवल अयोध्या तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि फैजाबाद के उस हिस्से तक भी लागू होगा, जहां से राम पथ गुजरता है। राम पथ की कुल लंबाई 14 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 5 किलोमीटर का हिस्सा फैजाबाद शहर में आता है। इस क्षेत्र में फिलहाल कई शराब और मांस की दुकानें चल रही हैं, लेकिन प्रस्ताव के प्रभावी होते ही इन सभी दुकानों को हटाना होगा।
इसके अलावा, राम पथ पर अब पान-मसाला, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट और इनरवियर जैसे उत्पादों के विज्ञापन भी पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे। नगर निगम जल्द ही इस फैसले को लागू करने के लिए विस्तृत गाइडलाइन और समयसीमा जारी करेगा, जिससे क्षेत्र में धार्मिक वातावरण और सौंदर्य को और अधिक संरक्षित किया जा सके।
अयोध्या के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि यह फैसला नगर की धार्मिक भावना, मर्यादा और सांस्कृतिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने कहा कि राम पथ जैसे पवित्र मार्ग की गरिमा बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी था। मेयर ने बताया कि नगर निगम की कार्यकारी समिति—जिसमें वे स्वयं, डिप्टी मेयर और 12 पार्षद शामिल हैं—ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया है। यह निर्णय अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को और मजबूती देगा।
इस फैसले की खास बात यह रही कि अयोध्या नगर निगम की कार्यकारी समिति में शामिल इकलौते मुस्लिम पार्षद और भाजपा नेता सुल्तान अंसारी ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। उनका समर्थन इस बात का संकेत है कि यह निर्णय केवल धार्मिक भावना से प्रेरित नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सौहार्द को भी मजबूती देने वाला है।
पहले अयोध्या में मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध पहले से ही लागू था, लेकिन अब इस दायरे को फैजाबाद के उन हिस्सों तक बढ़ा दिया गया है, जहां से राम पथ गुजरता है। इससे पूरे 14 किलोमीटर का यह धार्मिक मार्ग आस्था, संस्कृति और संयम का प्रतीक बन सकेगा।