Kedarnath Dham: केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई की सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए विधिवत रूप से खोल दिए गए। कपाट खुलने के इस शुभ अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर के बाहर मौजूद थे, जो भोलेनाथ के दर्शन के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे। जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, पूरे परिसर में मंत्रोच्चारण, भजन और “हर हर महादेव” के जयकारों की गूंज फैल गई। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया और श्रद्धालुओं की आस्था और उल्लास से केदारपुरी एक बार फिर जीवंत हो उठी।
इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी केदारनाथ धाम परिसर में मौजूद रहे और उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा केदार के दर्शन किए। कपाट खुलने के इस खास मौके पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था। 108 क्विंटल फूलों से मंदिर परिसर को सजाया गया, जो खास तौर पर ऋषिकेश और गुजरात से मंगवाए गए थे। फूलों की सजीव रंग-बिरंगी सजावट ने केदारनाथ धाम की आध्यात्मिक और भव्यता को और अधिक बढ़ा दिया।
बाबा केदार की पवित्र डोली 27 अप्रैल को ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर से विधिवत पूजा-अर्चना के बाद रवाना हुई थी। डोली ने अपनी पारंपरिक यात्रा के दौरान गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों से होती हुई 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंची। इस पूरे यात्रा मार्ग में श्रद्धालुओं ने जगह-जगह डोली का भव्य स्वागत किया और जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कपाट खोलने की प्रक्रिया धार्मिक परंपराओं और शास्त्रों के अनुसार पूरी श्रद्धा और विधिवत रीति-रिवाजों के साथ संपन्न की गई। जैसे ही कपाट खुले, मंदिर परिसर मंत्रोच्चारण, घंटियों की गूंज और श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठा। अब अगले छह महीनों तक बाबा केदार के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त किया जा सकेगा। अनुमान है कि इस पावन धाम में इस बार 25 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे, जिससे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह के साथ-साथ पर्यटन गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।