इस वजह से फेमस है ओरछा का यह जहांगीर महल

मध्य प्रदेश को देश का दिल यु ही नही कहा जाता है। मध्य प्रदेश ने वर्षो से अपनी ऐतिहासीक धरोहर को संजो कर रखा है । यहां कई किले ऐसे है जो कई राजाऔ के शासन काल के साकक्षी है। न केवल किले बल्कि कई ऐसे शहर भी है जो अपनी ऐतिहासीक धरोहर के लिए दुनियाभऱ मे मशहुर है। ऐसा ही एक शहर ओरछा भी है, जो अपने प्राचीन महलों और किलों के कारण देश-विदेश के सैलानियों के बीच लोकप्रिय है। इन्हीं ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है जहांगीर महल एक शानदार और ऐतिहासिक स्मारक है , जिसकी कहानी हर पर्यटक के लिए आकर्षण का केंद्र है।

जहांगीर महल का इतिहास

जहांगीर महल का निर्माण ओरछा के राजा वीर सिंह देव बुंदेला ने करवाया था। इसे मुगल सम्राट जहांगीर के स्वागत के लिए बनाया गया था। कहा जाता है कि महल का शिलान्यास एक भव्य यज्ञ के साथ किया गया था। इसके पीछे एक रोचक लोककथा भी है जिस के अनुसार, इस महल को ऐसे स्थान पर बनाया गया था जहां दुश्मन की पहुँच आसान न हो। निर्माण के समय महल के मुख्य द्वार को पूर्व दिशा में बनाया गया था, जिसे बाद में पश्चिम की ओर स्थानांतरित कर दिया गया।जहांगीर महल का दूसरा नाम 52 इमारतों वाला महल भी है।इतिहासकारों के अनुसार इस महल के निर्माण में लगभग 22 वर्ष लगे और सम्राट जहांगीर इसमें केवल एक रात ही ठहरे थे। यह महल वीर सिंह और जहांगीर की मित्रता का प्रतीक भी माना जाता है। यह हिंदू-मुस्लिम एकता को दर्शाता है।

जहांगीर महल और वास्तुकला

जहांगीर महल कि निर्माण कला बुंदेला और मुगल शैलियों का सुंदर संगम है। महल अपनी ऊँची दीवारों, भव्य दरवाज़ों और खूबसूरत सीढ़ियों के लिए विश्वप्रसिद्ध है। महल के हर कोने में बुंदेली शैली की छाप साफ़ देखी जा सकती है, जो इसे एक विशिष्ट ऐतिहासिक पहचान देती है।

ओरछा और ऐतिहासिक इमारत

ओरछा, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 334 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहा केवल जहांगीर महल ही नहीं बल्कि यहां कई अन्य ऐतिहासिक और दर्शनीय स्थल भी मौजूद हैं। जैसे ओरछा फोर्ट ,राम राजा मंदिर ,राज महल ,चतुर्भुज मंदिर, बेतवा नदी और फूल बाग ऐसी कई ऐतिहासिक इमारते भी है ।