India Pakistan Attack News Live: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य तनाव के बीच एक और अहम घटनाक्रम सामने आया है। भारत ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित चिनाब नदी पर बने सलाल बांध के कई गेट खोल दिए हैं, जिससे भारी मात्रा में पानी पाकिस्तान की ओर बह रहा है। इससे पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई जा रही है।
क्या है सलाल डैम?
सलाल बांध चिनाब नदी पर बना एक प्रमुख हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट है, जो जम्मू-कश्मीर के रियासी में स्थित है। यह बांध न केवल बिजली उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बल्कि इस पर नियंत्रण से पानी की आपूर्ति और प्रवाह को रणनीतिक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
गेट क्यों खोले गए?
सूत्रों के अनुसार, बीते दिनों तक भारत ने सलाल डैम के गेट बंद रखे थे, ताकि पानी रोका जा सके। लेकिन अब अचानक गेट खोलने का निर्णय लिया गया, जिससे बड़ी मात्रा में पानी पाकिस्तान की ओर बढ़ गया है।
इस कदम को भारत की रणनीतिक जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है, खासकर उस समय जब पाकिस्तान लगातार सीजफायर उल्लंघन, ड्रोन अटैक और आतंकी घुसपैठ की कोशिशें कर रहा है।
पाकिस्तान में बाढ़ की आशंका:
जल विशेषज्ञों के अनुसार, सलाल डैम से छोड़ा गया पानी कुछ ही घंटों में पाकिस्तान के झेलम और चिनाब बेसिन वाले इलाकों में पहुंच सकता है। अगर पाकिस्तान ने समय रहते बैराजों और नहरों में जल प्रवाह को नियंत्रित नहीं किया तो लाहौर, गुजरांवाला, ओकारा और मुल्तान जैसे क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
जल संधि और विवाद:
भारत और पाकिस्तान के बीच इंडस वॉटर ट्रीटी के अंतर्गत चिनाब नदी पाकिस्तान को दी गई है, लेकिन भारत को जल संग्रह और बिजली उत्पादन की सीमित अनुमति है। हालांकि आपात स्थितियों या रक्षा कारणों से भारत कुछ सीमित कदम उठा सकता है। पाकिस्तान पहले भी इस मुद्दे पर आपत्ति जता चुका है।
सलाल बांध के गेट खोलने का यह कदम न सिर्फ एक तकनीकी बल्कि एक रणनीतिक और भू-राजनीतिक संकेत है। यह दिखाता है कि भारत अब पाकिस्तान की हरकतों को सिर्फ सीमाओं पर नहीं, बल्कि सभी मोर्चों पर जवाब देने की नीति अपना रहा है।