पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले और उसके बाद पाकिस्तान की नापाक हरकतों—जम्मू, पठानकोट सहित कई स्थानों पर बीती रात किए गए नाकाम हमलों—ने देश को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन इस बार भारत सिर्फ जवाब नहीं दे रहा, बल्कि एकजुट होकर हर मोर्चे पर तैयार खड़ा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब ‘ऑपरेशन जीवनदान‘ की बारी
एफएआईएमए (ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने देशभर के अस्पतालों में मौजूद रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशनों (RDA) को एक विशेष अपील भेजी है। अपील का मकसद है — देश के हर कोने में रक्तदान शिविर आयोजित कराना, ताकि देश के वीर जवानों और आम नागरिकों को इमरजेंसी स्थिति में तुरंत चिकित्सीय सहायता और पर्याप्त ब्लड सप्लाई मिल सके।
खून दे कर दे दिखाए देशभक्ति का जस्बा
एफएआईएमए ने इस मुहिम को ‘ऑपरेशन जीवनदान’ का रूप दिया है और डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ आम जनता से भी अपील की है कि वे आगे आकर रक्तदान करें। डॉक्टर संगठनों ने अस्पतालों से यह भी कहा है कि वे दवाओं, बेड और क्रिटिकल केयर संसाधनों की कमी न होने दें और हर पल स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाए रखें।
रक्तदान सेवा नहीं, देशभक्ति का प्रतीक
हर ब्लड बैंक तैयार हो रहा है, हर अस्पताल सजग है और हर डॉक्टर अपनी भूमिका निभाने को तैयार है। अब समय है कि हम सभी मिलकर एक स्वर में कहें – “रक्त बहाओ नहीं, दान करो — देश के लिए, जीवन के लिए।”