महाकाल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था होगी और सख्त, अब भस्म आरती में श्रद्धालुओं की संख्या होगी कम

उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में अहम फैसले लिए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में अब सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा। यह कदम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

दान में मिली कीमती वस्तुओं की होगी जांच, लगेगी टेस्टिंग मशीन

मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले सोने-चांदी जैसी कीमती वस्तुओं की शुद्धता जांचने के लिए अब स्वर्ण-रजत टंच टेस्टिंग मशीन लगाई जाएगी। इससे दान की वस्तुओं के प्रबंधन में पारदर्शिता आएगी और मूल्यांकन की प्रक्रिया अधिक सटीक होगी।

ई-कार्ट के लिए पार्किंग और चार्जिंग स्टेशन का निर्माण

मंदिर को हाल ही में प्राप्त हुई ई-कार्ट्स के सुचारु संचालन के लिए प्रशासन अब अलग से पार्किंग क्षेत्र और चार्जिंग स्टेशन बनाएगा। इससे पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और श्रद्धालुओं की आवाजाही भी सुविधाजनक होगी।

आधुनिक सुविधाओं के साथ होगा मंदिर परिसर का विकास

प्रबंध समिति की बैठक में यह भी तय किया गया कि मंदिर मार्गों पर सुरक्षा के लिहाज से आभूषणयुक्त (ऑर्नामेंटल) प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। साथ ही, महाराजवाड़ा और महाकाल परिसर को जोड़ने के लिए रिटर्निंग वॉल (सपोर्ट वॉल) का निर्माण किया जाएगा, जिससे ढांचागत मजबूती सुनिश्चित होगी।

कर्मचारियों को मिलेगा लंबित भुगतान और भत्ते

बैठक में मंदिर समिति ने यह भी घोषणा की कि मंदिर कर्मचारियों को उनके रोके गए साप्ताहिक अवकाशों का नकद भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा जनवरी 2024 से अक्टूबर 2024 तक का महंगाई भत्ता (DA) भी जारी किया जाएगा।

गीता भवन को मिली मंजूरी

नगर निगम द्वारा प्रस्तावित गीता भवन की स्थापना को भी मंदिर समिति से मंजूरी मिल गई है। यह भवन धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा, जिससे श्रद्धालुओं को अध्यात्म से जुड़ने का नया मंच मिलेगा।