मध्यप्रदेश का युवा अब आत्मनिर्भरता की राह पर तेज़ी से बढ़ रहा है। इसकी झलक दशहरा मैदान में देखने को मिली। इंदौर में आयोजित महापौर मेगा रोजगार मेला में, जहाँ युवाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हर युवा को अवसर, हर परिवार को स्वावलंबीं बनाने का लक्ष्य मध्यप्रदेश सरकार ने ले रखा है।
150 कंपनियाँ लेकर आईं सुनहरे अवसर
मेले के द्वार खुलेते ही युवाओं की उत्सुक भीड़ उमड़ पड़ी। 150 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियाँ पेटीएम, एयरटेल, ज़ोमेटो, सोनी इंडिया, डॉ. रेड्डी ग्रुप जैसी दिग्गज कंपनियाँ 10,000 से अधिक नौकरियों के अवसर लेकर मौजूद थीं। वहीं लगभग 20,000 युवाओं ने मौके पर पंजीयन कर यह जता दिया कि प्रदेश का युवा मेहनती है, तैयार है और अब रुकने वाला नहीं।
मेले से ही सीधे चयन
इस रोजगार मेले की खास बात यह रही कि “ऑन-द-स्पॉट सिलेक्शन” किया गया। कई युवाओं को वहीं नियुक्ति पत्र थमाए गए। साथ ही, विशेषज्ञों ने सीवी लेखन, इंटरव्यू की रणनीति और स्किल डेवलपमेंट पर वर्कशॉप्स लेकर युवाओं को आत्मविश्वास से भर दिया।
डिग्री नहीं, स्किल है ज़रूरी-सीएम
डॉ. मोहन यादव ने युवाओं से अपील की कि वे सिर्फ डिग्री पर नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान, संवाद कौशल और उद्यमिता पर भी ध्यान दें। उन्होंने कहा, “इंदौर ने हर पंचायत में उद्योग स्थापित कर यह सिद्ध कर दिया है कि यदि संकल्प हो तो हर हाथ को काम मिल सकता है। यह केवल मेला नहीं, नवभारत के निर्माण की नींव है।”
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ंते कदम
मुख्यमंत्री ने युवाओं को देश की बदलती छवि से अवगत कराते हुए कहा कि “आज का भारत संयम भी रखता है और जब जरूरत हो, तो करारा जवाब भी देता है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए बताया कि अब भारत न सिर्फ रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी निर्णायक भूमिका निभा रहा है।
युवा ही भारत की पहचान- कैलाश विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका युवा वर्ग है और यही भविष्य की रीढ़ है। वहीं, कौशल विकास मंत्री गौतम टेटवाल ने बताया कि “इंदौर अब रोजगार का इंजन बन गया है।” उन्होंने पारंपरिक व्यवसायों जैसे दुग्ध पालन और हस्तशिल्प को भी नए अवसरों का माध्यम बताया। कार्यक्रम में इंदौर के प्रमुख शिक्षाविदों और उद्यमियों को सम्मानित किया गया। युवाओं को न केवल नियुक्ति पत्र सौंपे गए, बल्कि उन्हें दिशा देने वाली पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया।