4 घंटे में पाए गहरी नींद : जानिए कोनसा म्युटेशन है रिस्पॉन्सिबल

अक्सर आपने डॉक्टरस को सलाह देते हैं हुए सुना होगा कि हर व्यक्ति को रोज़ाना 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए, ताकि शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिल सके। लेकिन आपने कभी न कभी ऐसा देखा होगा कि कुछ लोग सिर्फ 4 घंटे की नींद लेने के बाद भी तरोताजा दिखाई देते है।जबकि कुछ लोग 10 घंटे की नींद लेने के बाद भी इतने एक्टिव नहीं दिखाई देते है। कभी आपन सोचा है ऐसा क्यों ? हाल ही में वैज्ञानिकों ने इस का उत्तर ढूंढ निकाला है,इस अनोखी क्षमता के पीछे की वजह जानकर आप हैंरान हो जाएगै।

जेनेटिक म्यूटेशन से कम समय में पूरी कर सकते नींद

हाल ही मे हुई कुछ रिसर्च कि माने तो, कुछ लोगों के जीन में मौजूद जेनेटिक म्यूटेशन उन्हें सामान्य से कम नींद में भी पूरी तरह फ्रेश महसूस कराने में मदद करते है। यह म्यूटेशन स्लीप साइकिल को प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति कम समय में क्वालिटी स्लीप ले पाता है।
इस रिसर्च में “SIK3-N783Y”नामक एक जेनेटिक म्यूटेशन की पहचान की गई है, जिसे सुपर स्लीपर जीन भी कहते है। इस म्यूटेशन का परिक्षण चूहों में भी किया गया, जहां यह देखा गया कि ऐसे चूहे सामान्य चूहों की तुलना में कम सोते हैं, लेकिन फिर भी उनकी स्लीप क्वालिटी बिलकुल भी प्रभावित नहीं होती।

म्यूटेशन से ब्रैन में बड़ जाती है EEG डेल्टा वेव्स

वैज्ञानिकों ने पाया कि इस म्यूटेशन से ब्रैन में EEG डेल्टा वेव्स की बढ़ जाती है, ये वेव्स वही है जो गहरी नींद के लिए रिस्पॉन्सिबल है। इसके अलावा, यह म्यूटेशन नींद से जुड़ी प्रोटीन संरचनाओं को भी बदल देता है, जिस से कम समय में भी शरीर को पूरा आराम मिल जाता है।यह रिसर्च न केवल नींद के रहस्यों को समझने में मदद कर रहा है, बल्कि इससे स्लीप डिसॉडर के लिए नई और प्रभावी चिकित्सा तकनीकों के रास्ते भी खुल सकते हैं।