भारत में 12 मई बुद्ध पूर्णिमा का दिन एक बार फिर एतिहासिक बन गया। देशवासियो को पीएम मोदी ने जो संदेश दिया वह तो देशवासियों के लिए गर्व का विषय था यहीं पाकिस्तान के सत्ता को गलियारों को हिलाने वाला भी था। यह एक ऐसी चेतावनी थी जो पाकिस्तान को हिलाने के लिए काफी थी। बता दें कि विगत दिनों ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगातार पाकिस्तान भारत को परमाणु बम के प्रयोग करने की चेतावनी दे रहा था। लेकिन इस बार भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान को जवाब दिया था वह ऐतिहासिक रहा। पीएम मोदी ने देशवासियो को पाकिस्तान की करतुतों से अवगत कराते हुए जहां पाकिस्तान को चेतावनी दे दी। यहीं इसके बीच एक ऐसी छुपी कहानी थी जो आज हम आपकों बताने जा रहे है। जो कि शक्ति से शातिं का संदेश दे रही है।
भारत के परमाणु परीक्षण की थी 50 वीं सालगिरह
पीएम मोदी ने जिस दिन देशवासियों से अपनी बात कहीं 12 मई का यह दिन कोई साधारण दिन नहीं था। यह वह दिन था जब बुद्ध पूर्णिमा थी। अब आप सोच रहे होगें की बुद्ध पूर्णिमा तो हर साल आती है लेकिन बुद्ध पूर्णिमा के ही दिन आज से 50 वर्ष पहले सन् 1974 में बुद्ध पूर्णिमा के दिन भारत ने पहला परमाणु परीक्षण रेगिस्तानी क्षेत्र पोखरण में किया था।
परमाणु परीक्षण की 50वीं वर्षगांठ पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा के दिन पाकिस्तान को वो दो टूक संदेश दिया, जो सीधे इस्लामाबाद के सत्ता गलियारों में गूंज उठा। उनका संदेश साफ था — “परमाणु ब्लैकमेल अब नहीं चलेगा।” 1974… में पोखरण में यही वो ऐतिहासिक दिन था, जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को एक कोड संदेश भेजा गया: “बुद्ध मुस्कुराए।” यही नाम बन गया भारत के परमाणु साहस का प्रतीक।
वही दिन, वही आत्मविश्वास और एक नई चेतावनी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में न सिर्फ भगवान बुद्ध की शांति की राह की बात की, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि शांति की रक्षा सिर्फ शक्ति से ही संभव है। उन्होंने दोहराया — भारत एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन यदि उकसाया गया तो वह चुप नहीं बैठेगा। हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर जवाब देंगे… और दिया भी है।
“बुद्ध दोबारा मुस्कुराए” दिया शक्ति का परिचय
11 मई 1998 को, जब भारत ने दोबारा परमाणु परीक्षण किया, वो दिन भी बुद्ध पूर्णिमा था। इस बार इसका नाम रखा गया: “बुद्ध दोबारा मुस्कुराए।” यह सिर्फ परीक्षण नहीं था, यह दुनिया को भारत की शक्ति का दोबारा परिचय था।
‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के बाद मोदी का बड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने हाल ही में शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पृष्ठभूमि में पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा — आतंक की जड़ें चाहे जहां हों, भारत वहां जाकर प्रहार करेगा। यह सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं होगी, यह ठोस रणनीति होगी, भारतीय शैली में।
भविष्य अब पाकिस्तान के हाथ में नहीं, भारत के हाथ में है
मोदी ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ स्थगित की गई है, समाप्त नहीं। अब फैसला इस्लामाबाद को करना है — शांति चाहता है या विनाश। भारत तैयार है, जवाब देने को भी, और आगे बढ़ने को भी।