इंदौर से खंडवा की ओर जाने वाला राजमार्ग बनकर तैयार होने वाला है। इससे यहां पर गुजरना अब रोमाचंक होगा। क्योकि यहां पर पहाड़ों के अंदर से सुरंगे बनाई गई है। इंदौर से कम दूरी पर यह सुरंगे इंदौरवासियों को लूभा सकत है। इसके साथ ही यहां पर पहाडों के अंदर से गुजरना एक रोमाचंक सफर होगा। लेकिन यह रोमाचकं अनुभव हर चारपहिया यात्री की जेब पर भारी भी पड़ने वाला है। तो अब यह सफर सिर्फ दूरी का ही नहीं, सुरंगों और टोल टैक्स का भी होगा!
जनवरी में शुरू हो जाएगा पहला टोल प्लाजा
इंदौर- खंडवा रोड़ का कार्य तेजी से चल रहा है। अगले वर्ष जनवरी माह से पहला टोल प्लाजा, शुरू होने वाला है। जिसमें तेजाजी नगर बायपास से 33 किमी दूर, बलवाड़ा के पास पडाली गांव में पहले टोल का सामना होगा। इसमें वाहन चालकों को एक बेहत्तरीन अनुभव होगा जिसमें गाड़िया तीन सुरंगों के बीच से गुजरेगी। लेकिन अब आपका सामना होने वाला है पहले टोल प्लाजा से यहां अगर आपने सोचा कि 33 किमी के लिए टोल देंगे, तो आप गलत हैं। असल में, यहां आपको 46 किमी का टैक्स चुकाना होगा! जिसे सुनकर अब आपकों मुड़ खराब नहीं करना है क्योकि जो सुरंगों के बीच से गुजरने का रोमाचंक अनुभव जो अभी महसूस किया है इसे अधिक टोल देकर किरकिरा ना करें तो हैप्पी हो जाइए और अधिक टोल टैक्स चुकाइएं।
अब हम बताते है अधिक टोल देने का कारण
दरअसल, अधिक टोल देने का कारण ऐसा है कि इंदौर-चोरल के बीच तीन शानदार सुरंगें बनाई जा रही हैं जो तलाई (300 मीटर), भेरूघाट (500 मीटर) और चोरल (300 मीटर)। इनकी कुल लंबाई 1300 मीटर है, और इन्हीं के चलते टोल दरें बढ़ा दी गई हैं। नियम के मुताबिक, सुरंग की लंबाई के हिसाब से 10 गुना टैक्स लिया जाता है, यानी 1300 मीटर सुरंग तो 13 किमी एक्स्ट्रा टैक्स!
अक्टूबर में तय होंगी दरें
फिलहाल दरें तय नहीं हुई हैं। अक्टूबर से जब भारी वाहन भी इस मार्ग पर दौड़ने लगेंगे, तभी यातायात का आंकलन कर टोल रेट फाइनल होंगे। कार, ट्रक, बस, कंटेनर सभी के लिए अलग-अलग दरें तय की जाएंगी।
दो और टोल की तैयारी
इंदौर-खंडवा मार्ग पर कुल दो से तीन टोल प्लाजा होंगे। एक बलवाड़ा के पास और दूसरा धनगांव में यहां हर 50-55 किमी पर एक टोल की योजना है। बलवाड़ा वाले हिस्से में टैक्स ज्यादा होगा क्योंकि यहां पर तीनों सुरंगें मौजूद हैं।
एनएचएआई खुद संभालेगा ऑपरेशन
इंदौर-खड़वा रोड़ करीब 900 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा है। इस हाईवे को अब टोल कलेक्शन सहित एनएचएआई खुद ऑपरेट करेगा। निर्माण एजेंसी को भी हिस्सा मिलेगा, लेकिन कंट्रोल का पूरा पॉवर एनएचएआई के हाथ में होगा।
2026 तक पूरे प्रोजेक्ट का लक्ष्य
इंदौर-खंडवा-एदलाबाद के 216 किमी लंबे इस राजमार्ग को फरवरी 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। सुरंगों का 35-40% काम अभी बाकी है, जिसे दिसंबर तक खत्म करने का अल्टीमेटम दिया गया है।