मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने राज्य के शासकीय महाविद्यालयों में वर्षों से खाली पड़े सहायक प्राध्यापक, खेल अधिकारी और ग्रंथपाल के पदों को भरने की प्रक्रिया दोबारा तेज़ कर दी है। इस भर्ती अभियान के तहत कुल 1930 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इस बार परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी—पहला चरण 1 जून 2025 को और दूसरा चरण 27 जुलाई को।
पहले चरण में 14 विषयों की परीक्षा
1 जून को होने वाली पहली परीक्षा में 14 मुख्य विषयों को शामिल किया गया है। इनमें रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित, जीव विज्ञान, हिंदी, अंग्रेज़ी, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान और वाणिज्य शामिल हैं। इसके अलावा इसी चरण में खेल अधिकारी के 187 और ग्रंथपाल के 87 पदों की भी परीक्षा ली जाएगी। यह परीक्षा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम और चंबल ज़ोन में आयोजित की जाएगी।
1930 पदों पर होगी भर्ती, विज्ञान वर्ग में सबसे ज़्यादा रिक्तियां
इस भर्ती में सबसे अधिक पद विज्ञान विषयों में हैं। उदाहरण के लिए, रसायन शास्त्र में 199, वनस्पति विज्ञान में 190, प्राणी विज्ञान में 187, भौतिकी में 186 और गणित में 177 पदों के लिए उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी। इन नियुक्तियों से कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी को दूर करने में मदद मिलेगी।
एडमिट कार्ड जल्द होंगे उपलब्ध
MPPSC द्वारा बताया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। परीक्षा से पहले सभी उम्मीदवारों की बायोमेट्रिक पहचान और अन्य जांच की जाएगी। आयोग की वेबसाइट पर परीक्षा से संबंधित सभी दिशा-निर्देश पहले से जारी कर दिए गए हैं और एडमिट कार्ड अगले सप्ताह ऑनलाइन डाउनलोड के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।
दूसरे चरण की परीक्षा 27 जुलाई को
परीक्षा का दूसरा चरण 27 जुलाई को आयोजित होगा। इस दिन मराठी, उर्दू, संस्कृत साहित्य, सांख्यिकी, संगीत, कंप्यूटर एप्लीकेशन, वेद, ज्योतिष और योग विज्ञान जैसे 12 विषयों में उम्मीदवारों की परीक्षा होगी। इन विषयों में कुल 108 पदों के लिए भर्ती की जाएगी।
परीक्षा का प्रारूप होगा वस्तुनिष्ठ
सहायक प्राध्यापक की परीक्षा दो भागों में होगी। पहला भाग सामान्य अध्ययन पर आधारित होगा जिसमें भारत और मध्य प्रदेश से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे, जबकि दूसरा भाग विषय आधारित होगा। दोनों खंडों में बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्न होंगे। परीक्षा प्रणाली को पूरी तरह से पारदर्शी और योग्यता आधारित रखा गया है ताकि योग्य उम्मीदवारों को न्याय मिल सके।
उम्मीदवारों में दिखा जबरदस्त उत्साह
पिछले कुछ वर्षों से भर्ती प्रक्रिया में देरी और रिक्त पदों की संख्या सीमित होने के कारण युवाओं में मायूसी थी, लेकिन इस बार 1930 पदों की भर्ती ने छात्रों में नई उम्मीद और ऊर्जा जगा दी है। करीब 70,000 उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया है, जिससे राज्यभर में प्रतियोगी माहौल और तैयारी की लहर देखी जा रही है।