थपकियों से प्यार की दुर्भावना सोती नहीं , क्रूरता आंसुओं की लहरों में कभी खोती नहीं…लाख समझाओ बुद्धिहीनों को तो क्या हुआ , हे मसल सीधी कभी कुत्ते की दुम होती नहीं…बस पाकिस्तान भी कुत्ते की उसी पूंछ की तरह टेडा है…हर बार मुंह की खाकर भी खड़ा कर देता बखेड़ा है…आतंकवाद को पनाह देने वाला चालबाज देश जो खुद तो है निकम्मा…अबकी बार हमारी तीनों सेनाओं के संयुक्त अभियान से याद आ गई उसको अम्मा…जो बार बार छिटपुट घटनाएं बोए वो पाकिस्तान है…और जो हर बार उसको घर में घुसकर धोए वो हिंदुस्तान है…भारत की सामरिक क्षमता का मुकाबला करने में पाक को सदियां लग जायेगी…उसके तथाकथित सोये हुए नेताओं को लगता है कि भारत के विरुद्ध आग उगलने से उनकी नेतागिरी जग जाएगी…दुनिया में बम बारूद का खेल खेलने वालों तमंचा तमाशा नहीं दिखा सकता है…हमारे मिसाइलों की आग थोड़ी भी तेज होने पर राफेल मजा चखा सकता है…तुम ड्रोन के बल पर हेकड़ी दिखाते रहे…तुम्हारे विदेशी ड्रोनों को हमारे हथियार मजा चखाते रहे…पच्चीस मिनट में तो हमने तबाही मचा दी…तुम्हारे एयरबेस उड़ाकर अपनी इच्छा जचा दी…परमाणु बम का घमंड भी तुम्हारा चकनाचूर हो जाएगा…थोड़ा भी होशियार बनने का ख्वाब देखा न तो वही नासूर हो जाएगा…रासायनिक हथियार मानवता पर प्रहार है…भारत के पास भी एटॉमिक भरमार है…मगर हम उनके इस्तेमाल का विचार भी पाप समझते हैं…जंग में उनका इस्तेमाल मानव जाति पर अभिशाप समझते हैं…तुम्हारी किसी भी परमाणु धमकी को भारत सहन नहीं करेगा ये मोदी जी ने साफ साफ कह दिया है…घुटने के बल रेंगने वालों तुम्हारे वजूद को हमारी वोटबैंक की राजनीति ने पहले खूब सह लिया है…अब हम झुकने वाले नहीं झुकाने वालों में शुमार हैं…नए भारत के नए नियंता स्वाभिमानी और खुद्दार हैं…ऑपरेशन सिंदूर को जारी रखते हुए हमने चेतावनी दे दी है…आतंक मचाने वालों को ज़मीदोज़ कर देंगे ये बात साफ कह दी है…अब तुम भले घड़ियाली आंसू बरसाओ अपने खास लोगों के कफ़न पर…हमको चैन नहीं मिलेगा उनके तमाम ठिकाने होते दफन पर…तुमने जब जब भी समझौतों की मेजों पर आने की ठानी है…इतिहास गवाह है तुमने खुद की भी बात नहीं मानी है…तुम्हारे यहां सैन्य शासन अलग है हुकूमत अलग हो जाती है…अतीत के उदाहरणों से समझ लो सत्ता की सेना तख्ता पलट कर जाती है…तुम्हारे फांसी पर लटकते वजीर किसी से छुपे नहीं है…भागते फिरते हुक्मरान बताओ कहाँ कहाँ छुपे नहीं है…प्रजातंत्र की गला घोटू प्रवृत्ति तुम्हारे मुल्क का आचरण है…खुद में दम नहीं और दूसरों के बल पर थोपते रण है…अपनी नीति और नियत की दोहरी मानसिकता तुम्हारी दगाबाजी का प्रतीक है…पाक तुमको नापाक इरादों की टिप्पणी देना सटीक है…हम जानते है कि तुम फिर भी मानोगे नहीं…अपनी हरकतों के परिणाम खुद जानोगे नहीं…लेकिन अबकी युद्ध हुआ तो खामियाजा भुगतने को तैयार रहना…नए भारत ने बन्द कर दिया है तुम्हारी दोगली साजिशों को सहना…