मध्य प्रदेश का ऐसा किला,जिससे जुड़े थे तुगलक के कुछ अधूरे सपने……………

मध्यप्रदेश के धार शहर मे स्थित धार का किला न सिर्फ ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि अपनी खूबसूरती और वास्तुकला के लिए भी विश्वविख्यात है। यह किला एक पहाड़ी पर स्थित है, जिस से पूरे शहर का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। इस किले का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था । इसे तुगलक वंश के सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक ने बनवाया था।

मोहम्मद बिन तुगलक और धार का किला 

मोहम्मद बिन तुगलक, वहि क्रूर राजा है।जो अपनी क्रुरता और विस्तारवादी रवैये के लिए जाना जाता है । धार का किला बनवाने के पीछे उसका उद्देश्य अपने साम्राज्य का विस्तार करना था। हालांकि, उसकी योजनाएं सफल नहीं हो सकीं और किले के निर्माण के कुछ ही वर्षों बाद उसकी मृत्यु हो गई। इसके बावजूद, यह किला आज एक ऐतिहासिक विरासत के रूप में स्थापित है।

वास्तुकला अद्भुत संगम

धार का किला पूरी तरह से लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है और इस किले को भेदना शत्रुओ के लिए आसान नही है। इसकी रचना में भारतीय वास्तुकला के साथ-साथ अफगानी और इस्लामिक कलाशैली की झलक भी देखने को मिलती है।

तुगलक नही कर पाया अपना अधूरा सपना पुरा 

तुगलक यह किला बनवाकर अपने साम्राज्य का विस्तार दक्षिण भारत तक करना चाहते थे। दिल्ली से मालवा की दूरी अधिक होने के तुगलक यह फैसला लिया था। लेकिन उसकी असमय मृत्यु के कारण यह सपना अधूरा रह गया।

धार का किला एक पर्यटन स्थल

धार का किला ऐतिहासिक धरोहर के लिये तो प्रसिद्ध है ही पर यह एक पर्यटन स्थल भी है। इसकी ऊँचाई से दिखने वाला नजारा, सुंदर नक्काशी, और ऐतिहासिक वातावरण इसे यात्रियों के लिए एक यादगार अनुभव बनाते हैं। यदि आप भी इतिहास या शिल्पकला में रुचि रखते हैं, तो धार का किला अवश्य देखें।