मंत्री विजय शाह का बयान, पाकिस्तान ने बनाया भारत के खिलाफ प्रोपेगंडा

मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह के एक बयान को पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रोपेगंडा का हथियार बना लिया है। मंत्री विजय शाह के एक बयान को शायद उन्होने एक तहसील के मंच पर बोला गया बयान समझा हो लेकिन जिस तरह से उन्होने सोफिया कुरैशी के बारे में टिप्पणी ने इंदौर- प्रदेश के बाद देश तक पहुंचना तो स्वाभाविक है लेकिन जिस तरह से मंत्री विजय शाह के इस बयान को पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रोपेगंडा बना कर पेश किया है। उससे यह बयान और राजनैतिक घमासान अब सिर्फ राष्ट्रीय नहीं अपितु अन्तराष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। जो अब अंतरराष्ट्रीय सियासी घमासान में तब्दील हो गया है।

भारत के खिलाफ जहर उगल रहा पाकिस्तान
जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने सेना की एक जांबाज़ अधिकारी, कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर जो टिप्पणी की उसे अब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगलने का नया मौका दे दिया है। पाकिस्तान के सरकारी चैनल PTV और बड़े मीडिया हाउस जैसे GEO न्यूज और डेली जंग ने इसे हथियार बनाकर एक तीखा और संगठित प्रोपेगेंडा अभियान छेड़ दिया है।

मुस्लिमों के प्रति कथित नफरत बताया जा रहा बयान
पाकिस्तान के चैनलों ने भारत में मुस्लिमों के प्रति कथित नफरत को उजागर करने की कोशिश करते हुए, विजय शाह के बयान को ऐसे पेश किया जैसे मोदी के भारत में अल्पसंख्यक समुदाय को पूरी तरह  से असुरक्षित वातावरण दे रहे है। यहीं पाकिस्तान के  PTV ने अपने प्राइम टाइम कार्यक्रम में कहा कि “भारत की हिंदू बीजेपी के सीनियर नेता ने एक वफादार मुस्लिम महिला अफसर को आतंकियों की कतार में खड़ा कर दिया है।”

धर्मनिरपेक्ष छवि को भी गहरा आघात
कर्नल सोफिया, जो भारतीय सेना में उच्च पद पर हैं और जिन्होंने देश की सेवा में अहम योगदान दिया लेकिन उन्हें लेकर विजय शाह ने जो टिप्पणी की वह केवल सैन्य प्रतिष्ठान में नाराजगी फैला रही है  बल्कि भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को भी गहरा आघात पहुंचा रही है।

अल्पसंख्यक राष्ट्र घोषित करने में जुटा
पाकिस्तानी मीडिया इस बयान के सहारे भारत को ‘अल्पसंख्यक विरोधी राष्ट्र’ के रूप में पेश करने में जुटा है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के हैंडल्स इस आग में और घी डाल रहे हैं। यहीं मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ भड़काने की पूरी कोशिश की जा रही है।

सवालों के घेरे में बीजेपी नेतृत्व
हालांकि हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है, लेकिन अब तक न भाजपा नेतृत्व ने और न ही राज्य सरकार ने मंत्री विजय शाह पर कोई ठोस कार्रवाई की है। जिसके कारण  मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।

यह सिर्फ एक बयान नहीं, कूटनीतिक झटका है
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह महज एक विवादित बयान नहीं, बल्कि पाकिस्तान और भारत विरोधी ताकतों के हाथों एक नया औजार बन चुका है। भारत की धार्मिक सहिष्णुता और लोकतांत्रिक साख पर अब अंतरराष्ट्रीय सवाल खड़े किए जा रहे हैं।