Delhi Pollution: सर्दियों के साथ-साथ अब गर्मियों में भी दिल्ली और एनसीआर के लोग वायु प्रदूषण से राहत नहीं पा रहे हैं। मई महीने में भी हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हो गई है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है। वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने के बाद अधिकारियों ने तत्काल कदम उठाए हैं।
CAQM ने लागू किया GRAP-1
दिल्ली की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण की सख्तियों को लागू कर दिया है। यह योजना वायु प्रदूषण की गंभीरता के आधार पर चार चरणों में लागू होती है, और इस समय ‘खराब’ श्रेणी में पहुंचने के कारण GRAP-1 सक्रिय किया गया है।
GRAP के चार स्तरों की जानकारी
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को AQI यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स के आधार पर चार चरणों में लागू किया जाता है:
•GRAP-1: AQI 201-300 (खराब)
•GRAP-2: AQI 301-400 (बहुत खराब)
•GRAP-3: AQI 401-450 (गंभीर)
•GRAP-4: AQI 450 से ऊपर (बहुत गंभीर और आपातकालीन स्थिति)
GRAP-1 के तहत लागू पाबंदियाँ
पहले चरण की पाबंदियों के अंतर्गत खुले में कचरा जलाने पर सख्त प्रतिबंध है। रेस्तरां और होटलों में कोयला या लकड़ी का इस्तेमाल बंद कर दिया गया है। डीजल जनरेटर का सीमित उपयोग, सड़कों की मशीन से सफाई और पानी का छिड़काव जैसे उपाय अनिवार्य कर दिए गए हैं। निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के सख्त निर्देश दिए गए हैं, और पुराने वाहनों पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
नागरिकों से की गई अपील
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे निजी वाहनों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें। ट्रैफिक सिग्नलों पर वाहन बंद रखने, अनावश्यक यात्रा से बचने और कार पूलिंग को प्रोत्साहित करने के लिए भी कहा गया है। इन प्रयासों का उद्देश्य है कि स्थिति और न बिगड़े और GRAP के अगली कड़ी की पाबंदियों को रोका जा सके।
AQI क्या है और इसे कैसे समझें
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) हवा में मौजूद प्रदूषकों का स्तर बताने का एक तरीका है। AQI को 0 से 500 के बीच मापा जाता है और इसके स्तर के अनुसार हवा की गुणवत्ता को छह श्रेणियों में बांटा गया है:
•0–50: अच्छा
•51–100: संतोषजनक
•101–200: मध्यम
•201–300: खराब
•301–400: बहुत खराब
•401–500: गंभीर
दिल्ली की वर्तमान स्थिति
फिलहाल दिल्ली का AQI 201 से 300 के बीच है, जो ‘खराब’ की श्रेणी में आता है। यही वजह है कि GRAP-1 के प्रतिबंधों को तुरंत लागू करना पड़ा है, ताकि समय रहते हालात को काबू में लाया जा सके और जनता की सेहत पर पड़ने वाले असर को रोका जा सके।