मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा को स्थगित कर दिया। यह निर्णय हाईकोर्ट के उस आदेश के बाद लिया जिसमें प्रारंभिक परीक्षा के कटऑफ नंबर जारी नही किए गए थे। इस पर आपत्ति जताई गई थी। इसके बाद मुख्य परीक्षा पर रोक लगा दी गई थी।
ऐसा है मामला
आयोग ने 16 फरवरी 2025 को राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। इसका परिणाम 5 मार्च को घोषित किया गया, जिसमें कुल 4704 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए। इनमें से 3866 उम्मीदवार मुख्य सूची में और 828 प्रावधिक सूची में शामिल किए गए। परंतु, पहली बार ऐसा हुआ कि आयोग ने परीक्षा के साथ कटऑफ अंक सार्वजनिक नहीं किए। इससे नाराज होकर कई अभ्यर्थियों ने आयोग से शिकायत की और जब संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो मामला उच्च न्यायालय पहुंचा।
परीक्षा हुई स्थगित
हाईकोर्ट कोर्ट ने प्रारंभिक परिणाम की पारदर्शिता को लेकर संदेह जताते हुए मुख्य परीक्षा पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी। इसके बाद आयोग ने आधिकारिक रूप से मुख्य परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की। परीक्षा की नई तारीख फिलहाल घोषित नहीं की गई है।
158 पदों पर होगी नियुक्ति
राज्य सेवा परीक्षा 2025 के अंतर्गत 18 विभागों में कुल 158 रिक्त पदों पर भर्ती की जानी है। इनमें प्रमुख रूप से 10 एसडीएम, 22 उप पुलिस अधीक्षक, 10 अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, 65 बाल विकास परियोजना अधिकारी, 14 पद वित्त विभाग में, 7 सहकारी निरीक्षक तथा अन्य पद शामिल हैं।
पदों का वर्गवार वितरण
इस परीक्षा में अनारक्षित (UR): 38 पद है। इसके साथ ही अनुसूचित जाति (SC): 24 पद, अनुसूचित जनजाति (ST): 48 पद, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 35 पद, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS): 13 पद फिलहाल उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा की नई तिथि की प्रतीक्षा करनी होगी। आयोग ने संकेत दिए हैं कि कटऑफ से जुड़ा मामला न्यायालय में सुलझने के बाद ही अगली प्रक्रिया शुरू होगी।