लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जन्मशती वर्ष के समापन कार्यक्रम को विशेष रूप से मनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने व्यापक स्तर पर आयोजन की योजना बनाई है। इस ऐतिहासिक अवसर को चिह्नित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इंदौर में विशेष कैबिनेट बैठक करने जा रहे हैं। यह बैठक मंगलवार को आयोजित होगी, जिसमें प्रदेश की विभिन्न योजनाओं और फैसलों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
इंदौर में खास तैयारियां, सोमवार को पहुंचेंगे मंत्री
कैबिनेट मीटिंग से पहले मुख्यमंत्री और उनके साथ लगभग सभी मंत्री सोमवार, 19 मई को इंदौर पहुंचेंगे। प्रशासन द्वारा उनकी आवभगत और बैठक के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर कार्यक्रम स्थल की सजावट तक, हर पहलू पर बारीकी से ध्यान दिया गया है।
मां अहिल्या के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति
इंदौर आगमन के बाद सोमवार शाम को मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रीगण देवी अहिल्या के जीवन पर आधारित एक विशेष नाट्य प्रस्तुति का आनंद लेंगे। यह नाट्य कार्यक्रम सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें अहिल्या बाई के त्याग, नीति, शासन और जनसेवा की झलक पेश की जाएगी। यह कार्यक्रम इंदौरवासियों के लिए भी ऐतिहासिक और प्रेरणादायी अनुभव होगा।
सराफा चौपाटी पर मालवा की व्यंजन यात्रा
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद रात में मुख्यमंत्री और मंत्रीगण इंदौर की विश्व प्रसिद्ध सराफा चौपाटी का दौरा करेंगे। यहां वे मालवा अंचल के पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजनों का स्वाद चखेंगे। पोहे-जलेबी, भुट्टे का कीस, गार्लीक चटनी वाले आलू टिक्की, फलूदा, रबड़ी-जलेबी जैसी अनेक पारंपरिक डिशेज का स्वाद कैबिनेट के सदस्य लेंगे। यह एक तरह से मालवा की सांस्कृतिक विरासत और भोजन परंपरा को सम्मान देने का प्रयास भी है।
राजबाड़ा में प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को थोड़ी देर में इंदौर के ऐतिहासिक स्थल राजबाड़ा पहुंचेंगे, जहां लोकमाता अहिल्या के जीवन और कार्यों पर आधारित एक भव्य प्रदर्शनी लगाई गई है। वे इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। प्रदर्शनी में अहिल्याबाई के प्रशासनिक निर्णय, धार्मिक योगदान, सामाजिक सुधार और निर्माण कार्यों को चित्रों, दस्तावेजों और मॉडल्स के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
सरकारी योजनाओं और संस्कृति का समन्वय
इस आयोजन के माध्यम से सरकार एक ओर देवी अहिल्या के योगदान को श्रद्धांजलि दे रही है, वहीं दूसरी ओर अपनी नीतियों और योजनाओं को भी लोगों के सामने लाने का प्रयास कर रही है। कैबिनेट बैठक के दौरान जनकल्याण, महिला सशक्तिकरण, पर्यटन विकास और सांस्कृतिक संरक्षण से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा की संभावना है।