भारत में चीन की प्रमुख स्मार्टफोन कंपनी श्याओमी को इस साल की शुरुआत में तगड़ा झटका लगा है। हाल ही में सामने आए आंकड़े बताते हैं कि साल 2025 की पहली तिमाही में कंपनी की कमाई में भारी गिरावट आई है। खास बात यह है कि यह गिरावट उस समय देखने को मिली है जब भारत में चीनी कंपनियों के प्रति लोगों का रुख सख्त हो रहा है, खासकर चीन-पाकिस्तान की दोस्ती और भारत विरोधी रुख को लेकर। यही नहीं, तुर्की के साथ भी ऐसे ही हालात बन चुके हैं, जिससे अब चीन को भी सबक मिलता नजर आ रहा है।
पहली तिमाही में 45% तक घटा रेवेन्यू
मार्केट रिसर्च फर्म Canalys के अनुसार, श्याओमी का होलसेल रेवेन्यू (GST को छोड़कर) 2025 की पहली तिमाही में मात्र 47.2 मिलियन डॉलर रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में 85.3 मिलियन डॉलर था। यह लगभग 45% की गिरावट है। इतना ही नहीं, कंपनी की शिपमेंट वॉल्यूम में भी 38% की कमी दर्ज की गई, और श्याओमी भारत के टॉप-5 स्मार्टफोन ब्रांड्स की सूची से बाहर हो गई, जो 2016 के बाद पहली बार हुआ है।
औसत बिक्री मूल्य (ASP) में भी गिरावट
श्याओमी की औसत बिक्री मूल्य (ASP) में भी गिरावट देखने को मिली है। मार्च तिमाही में ASP 12% गिरकर 118 डॉलर पर आ गया। यह तब हुआ जब कंपनी प्रीमियम सेगमेंट में प्रवेश की कोशिश कर रही थी। जानकारों के अनुसार, श्याओमी अभी भी पिछली तिमाहियों की बची हुई इन्वेंट्री खत्म करने में जुटी हुई है, जिससे बिक्री में गिरावट का असर और अधिक गहरा हो गया।
2024 में दिखी थी ग्रोथ, लेकिन नहीं टिक सकी
2024 में श्याओमी ने भारत में अपने पोर्टफोलियो को सुव्यवस्थित किया और ऑफलाइन रिटेल नेटवर्क को बढ़ाया, जिससे कंपनी की बिक्री में 6% की ग्रोथ दर्ज की गई थी। लेकिन 2025 की शुरुआत में ही यह ग्रोथ टिक नहीं पाई। बाज़ार विश्लेषकों का मानना है कि बजट सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और प्रीमियम सेगमेंट में असरदार उपस्थिति की कमी ने कंपनी की स्थिति को कमजोर किया है।
प्रीमियम ब्रांड बनने की कोशिश
Canalys के सीनियर एनालिस्ट संयम चौरसिया का कहना है कि श्याओमी अब खुद को प्रीमियम ब्रांड के रूप में स्थापित करना चाहती है। लेकिन इसके लिए केवल स्मार्टफोन बेचना काफी नहीं है, बल्कि ग्राहकों और रिटेल चैनल पार्टनर्स को यह विश्वास दिलाना जरूरी है कि उनके प्रोडक्ट्स वाकई प्रीमियम क्वालिटी के हैं। यह वही पहलू है, जहां श्याओमी फिलहाल संघर्ष कर रही है।
कंपनी की रणनीति: वॉल्यूम नहीं, मुनाफे पर जोर
श्याओमी इंडिया के चीफ ऑपरेशनल ऑफिसर सुधीन माथुर ने कहा कि कंपनी अब वॉल्यूम पर नहीं, बल्कि लॉन्ग टर्म रेवेन्यू और प्रॉफिटेबिलिटी पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि अभी भी कंपनी की अधिकांश बिक्री 15,000 रुपये से कम कीमत वाले स्मार्टफोन्स से हो रही है, लेकिन आने वाले समय में कंपनी प्रीमियम सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 8-10 तिमाहियों में श्याओमी कई नए प्रीमियम प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी।