मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे लालबाग पैलेस, कई करोड़ की लागत से होगा जीर्णोद्धार कार्य

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज इंदौर के ऐतिहासिक लालबाग पैलेस पहुंचे, जहां उन्होंने इस विरासत स्थल के जीर्णोद्धार कार्यों की शुरुआत के लिए भूमिपूजन किया। पैलेस में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उन्होंने भवन के संरक्षण और सौंदर्यीकरण की योजना को धरातल पर लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया।

कई करोड़ की लागत से होगा जीर्णोद्धार कार्य

लालबाग पैलेस के जीर्णोद्धार पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाएंगे। इसका उद्देश्य केवल भवन की मरम्मत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी भव्यता को पुनर्जीवित करना है, जिससे यह इंदौर का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बने। इस कार्य में ऐतिहासिक वास्तुकला को सुरक्षित रखते हुए अत्याधुनिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।

पैलेस परिसर के उद्यान का भी होगा पुनर्विकास

मुख्यमंत्री ने पैलेस परिसर में स्थित बाग-बगिचों के भी पुनर्विकास की घोषणा की। इस योजना के अंतर्गत उद्यान को प्राकृतिक ढंग से सजाया जाएगा, जहां रंग-बिरंगे फूलों, सजावटी पौधों और वॉकिंग ट्रैक जैसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे न केवल इसकी सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यहां आने वाले लोगों को शांति और सुकून भी मिलेगा।

इतिहास और विरासत को सहेजने की दिशा में सराहनीय पहल

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह केवल एक भवन का पुनर्निर्माण नहीं, बल्कि हमारी ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक भावनात्मक और सांस्कृतिक पहल है। लालबाग पैलेस होल्कर वंश की शान रहा है और इसका संरक्षण नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत से जोड़े रखने का माध्यम बनेगा।

पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनेगा लालबाग पैलेस

इस जीर्णोद्धार परियोजना के पूरा होने के बाद लालबाग पैलेस को पर्यटन के नक्शे पर और प्रमुखता से लाया जाएगा। यहां नियमित तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी, ऐतिहासिक फिल्म स्क्रीनिंग आदि का आयोजन किया जाएगा, जिससे यह स्थान एक जीवंत विरासत स्थल के रूप में विकसित होगा।