पाकिस्तान में अब गृह हिंसा भड़क गई है। जिसकी वजह है पानी! सिंध प्रांत में सिंधु नदी पर चल रहे विवादित नहर प्रोजेक्ट ने ऐसी चिंगारी भड़काई कि हालात काबू से बाहर हो गए। आंदोलनकारियों ने सड़कों पर उतरकर हिंसा की ऐसी तस्वीरें पेश कीं, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया।
गृहमंत्री का घर जलाया
पाकिस्तानी में पानी के लिए आग इतनी भड़की कि सिंध के गृहमंत्री जियाउल हसन लंजर का घर भी इसकी लपटों से नहीं बच सका। भीड़ ने न केवल मंत्री के घर में घुसकर तोड़फोड़ की, बल्कि वहां आगजनी भी की। हमले के वक्त प्रदर्शनकारी बंदूकें लेकर आए थे, जिससे हालात और भयावह हो गए।
प्रदर्शनकारियों के बीच खूनी भिड़ंत
नौशहरो फिरोज जिले के मोरो तालुका में पुलिस और गुस्साए प्रदर्शनकारियों के बीच ज़बरदस्त झड़प हुई। जिससे हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और गोलियां भी चलाईं। इस झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जबकि पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सहित कई लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने दो ट्रेलरों में आग लगा दी और कई मोटरसाइकिलों को भी फूंक डाला। मोरो की ओर जाने वाली सड़कें अवरुद्ध हो गईं और पूरे इलाके में अफरातफरी फैल गई।
राजनीतिक तूफान भी उठा
इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी भूचाल आ गया। PPP सिंध के सूचना सचिव अज़ीज धामरा ने इस हमले को आतंकी गतिविधि करार दिया और इसे गहरी साजिश बताया। उन्होंने कहा, “प्रदर्शन करना हर नागरिक का हक है, लेकिन किसी राजनेता के घर पर हमला करना एक सोची-समझी साजिश की ओर इशारा करता है।” गृह मंत्री लंजर ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है और घटना की गहराई से जांच के आदेश दे दिए हैं।
भारत-पाकिस्तान जल विवाद की भी आंच
भारत ने भी पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते पर रोक लगा दी है, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। सिंधु नदी के जल को लेकर पाकिस्तान के भीतर आंदोलन तेज़ होता जा रहा है। पानी की एक-एक बूंद पर छिड़ा यह संग्राम अब न सिर्फ़ पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बन गया है, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया की स्थिरता पर भी सवाल खड़े कर रहा है। क्या ये आंदोलन और हिंसक रूप लेगा? या पाकिस्तान की सरकार हालात पर काबू पा सकेगी? फिलहाल तो सिंध जलता हुआ नज़र आ रहा है…