भारतीय रेलवे ने पालतू प्रेमियों के लिए बड़ी सहूलियत दी है। अब यात्रियों को अपने डॉग्स, कैट्स या अन्य पालतू जानवरों के साथ ट्रेन यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन पर जाकर लंबी कागजी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। रेलवे ने Pet की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है, जिससे यह काम घर बैठे ही किया जा सकता है।
पहले पार्सल काउंटर पर लगती थी लाइन
इससे पहले यात्रियों को स्टेशन के पार्सल ऑफिस में जाकर मैन्युअल टिकट बनवाना पड़ता था। कई बार ट्रेन का समय सुबह होने पर यात्रियों को आधी रात में ही स्टेशन पहुंचना पड़ता था। अब IRCTC पोर्टल के जरिए यह प्रक्रिया बेहद सरल हो गई है। यात्री अपने PNR नंबर के माध्यम से पालतू की बुकिंग कर सकते हैं।
सिर्फ फर्स्ट एसी यात्रियों को सुविधा
रेलवे की यह सुविधा केवल AC First Class और First Class कूपे में सफर कर रहे यात्रियों के लिए लागू की गई है। Pet की बुकिंग उसी पीएनआर पर हो सकेगी, जिस पर यात्री ने कूपे बुक किया हो। इससे न केवल सुविधा में बढ़ोतरी होगी, बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
अब घंटों की मशक्कत से राहत
भोपाल निवासी एक यात्री ने बताया कि पहले उन्हें स्टेशन पर चार घंटे पहले पहुंचना होता था ताकि पालतू के लिए जगह सुनिश्चित हो सके। लेकिन अब IRCTC पोर्टल पर लॉग इन कर PNR नंबर डालते ही बुकिंग हो जाती है। इससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होती है।
ऑनलाइन बुकिंग का तरीका
• सबसे पहले IRCTC की वेबसाइट पर जाएं।
• पार्सल सेक्शन में जाएं और लॉगिन करें।
• PNR नंबर डालें और “Allow Pets” विकल्प चुनें।
• “Pay Now” पर क्लिक करें और भुगतान करें।
• बुकिंग कन्फर्म होते ही आप Pet के साथ यात्रा के लिए अधिकृत हो जाएंगे।
• यात्रा के समय टीटीई को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
बुकिंग के नियम और शर्तें
• केवल AC First Class और First Class Coupe में Pet यात्रा की अनुमति है।
• कूपे में अन्य यात्रियों की आपत्ति पर Pet को ब्रेक वैन में भेजा जा सकता है।
• एक PNR पर केवल एक ही Pet की अनुमति है।
• यात्रा से 24-48 घंटे पहले फिटनेस सर्टिफिकेट जरूरी है।
• टिकट की प्रिंट कॉपी साथ रखना अनिवार्य है।
• बिना बुकिंग पाए जाने पर 6 गुना तक का जुर्माना लग सकता है।
• राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में डॉग बॉक्स की सुविधा मौजूद है।
• ब्रेक वैन में Pet ले जाने पर 30 रुपए/किलो और कोच में 60 रुपए/किलो शुल्क लगेगा।
इस नई सुविधा से अब पालतू जानवरों के साथ रेल यात्रा पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक और आसान हो गई है।