Shani Jayanti 2025: शनि देव की कृपा चाहिए? तो जानें जयंती पर कैसे करें पूजन और क्या चढ़ाएं भोग

Shani Jayanti 2025: शनि देव को हिन्दू धर्म में कर्मफलदाता के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तो शनि उसे राजा बना देते हैं, और अगर बुरे कर्म करता है तो राजा को भी रंक बना देते हैं। शनि की दृष्टि से डर तो लगता है, लेकिन वे न्यायप्रिय और संतुलन बनाने वाले देवता हैं।

शनि जयंती 2025: तिथि और महत्व

इस वर्ष शनि देव की जयंती 27 मई 2025 को ज्येष्ठ अमावस्या के दिन मनाई जाएगी। यह दिन भक्तों के लिए विशेष होता है क्योंकि माना जाता है कि इस दिन शनि देव की पूजा करने से वे प्रसन्न होते हैं और जीवन में शुभ फल प्रदान करते हैं।

कैसे करें शनि पूजा: विधि और प्रक्रिया

यदि आप घर पर पूजा कर रहे हैं तो पहले एक साफ स्थान पर शनिदेव की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। फिर सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसमें काले तिल डालें। शनिदेव को तेल, नीले फूल, और बिल्वपत्र अर्पित करें। पूजा के दौरान शनि बीज मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” या “नीलांजनसमाभासं…” का 108 बार जप करें।

शनि जयंती पर करें विशेष उपाय

इस पावन दिन पर यदि आप उपवास करते हैं और अपने कर्मों का प्रायश्चित करते हैं तो शनि कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, काले वस्त्र, काले तिल, सरसों का तेल, और लोहे का दान करना विशेष रूप से शुभ माना गया है। पशु-पक्षियों को अन्न या जल देने से भी पुण्य प्राप्त होता है।

भोग से करें शनिदेव को प्रसन्न

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव को काले रंग से जुड़ी चीजें अत्यंत प्रिय हैं। काले तिल, काली उड़द, सरसों का तेल, और गुड़ से बने पकवान शनि जयंती पर अर्पित करने चाहिए। इन चीजों का भोग लगाने से शनिदेव का आशीर्वाद मिलता है और दुर्भाग्य टलता है।

काले तिल के लड्डू: शनिदेव का प्रिय भोग

गुड़ और काले तिल से बने लड्डू शनि देवता को बहुत पसंद हैं। इन्हें सरसों के तेल में तलकर भोग लगाना शुभ होता है। यह भोग विशेष रूप से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने में सहायक माना गया है।

काली उड़द की खिचड़ी: दरिद्रता नाशक भोग

काली उड़द और चावल से बनी खिचड़ी, जिसमें सरसों के तेल का प्रयोग हो, शनिदेव के लिए आदर्श भोग मानी जाती है। मान्यता है कि इससे आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और घर में समृद्धि आती है।

गुड़ से बनी पूड़ी या गुलगुला: मीठे भोग का महत्व

शनिदेव को मीठे में गुड़ से बनी पूड़ी या गुलगुले चढ़ाना भी बहुत फलदायी माना जाता है। चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करना चाहिए, जिससे शनिदेव विशेष प्रसन्न होते हैं और कष्टों को दूर करते हैं।