Mahakal Sawari 2025: उज्जैन में फिर गूंजेगा “जय महाकाल”, 14 जुलाई से सवारी की शुरुआत, यहां पढ़ें तारीखवार शेड्यूल

Mahakal Sawari 2025: सावन-भादौ माह में बाबा महाकाल की सवारी को लेकर उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर समिति ने वर्ष 2025 की सवारी तिथियों की घोषणा कर दी है। इस बार सावन का पावन महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है, जिसमें भक्तों को महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई को देखने का सौभाग्य मिलेगा। आखिरी शाही सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी।

2024 में निकली थीं 7 भव्य सवारियां, बैलगाड़ी बनी थी महाकाल की सवारी

पिछले वर्ष यानी 2024 में सावन और भादौ मास के दौरान बाबा महाकाल की कुल सात सवारियां नगर भ्रमण पर निकली थीं। इनमें पहली सवारी 22 जुलाई और अंतिम शाही सवारी 2 सितंबर को निकाली गई थी। विशेष बात यह रही कि बाबा ने बैलगाड़ी में विराजमान होकर शहरवासियों का हाल जाना था, जो श्रद्धालुओं के लिए अलौकिक अनुभव रहा।

2025 में कुल 6 सवारियों का होगा आयोजन, देखें तारीखें

इस वर्ष महाकाल मंदिर समिति ने कुल छह सवारी निकालने की योजना बनाई है। ये सवारियां हर सोमवार को निकाली जाएंगी। जुलाई में तीन और अगस्त में तीन सवारियां निकाली जाएंगी। अंतिम सवारी ‘शाही सवारी’ कहलाती है, जो विशेष विधि-विधान से संपन्न होती है।

जुलाई 2025

• पहली सवारी – 14 जुलाई
• दूसरी सवारी – 21 जुलाई
• तीसरी सवारी – 28 जुलाई

अगस्त 2025

• चौथी सवारी – 4 अगस्त
• पांचवीं सवारी – 11 अगस्त
• छठी और अंतिम शाही सवारी – 18 अगस्त

उपवास रख महाकाल स्वयं निकलते हैं भक्तों के दर्शन को

सावन और भादौ के इस धार्मिक समय में भगवान महाकाल न केवल नगर भ्रमण करते हैं, बल्कि भक्तों की तरह वे भी उपवास रखते हैं। यह एक अद्भुत परंपरा है, जहां ईश्वर स्वयं व्रत रखकर भक्तों का हाल जानने नगर में निकलते हैं। सवारी के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है, और जयकारों से पूरा उज्जैन गूंज उठता है।

महत्वपूर्ण पर्व नागपंचमी भी इसी समय

इस वर्ष नागपंचमी का पर्व 29 मई को मनाया जाएगा, जो सावन मास के आरंभ से पूर्व का विशेष त्योहार है। इस समय से ही धार्मिक गतिविधियों में तेजी आ जाती है, और महाकालेश्वर मंदिर की गतिविधियाँ भक्तों के केंद्र में आ जाती हैं।