Shani Dev Ki Chahiti Rashiyan: इन 4 राशियों पर रहती है शनिदेव की विशेष कृपा, जीवन भर मिलता है वैभव और सफलता, नही होगी धन की कमी

Shani Dev Ki Chahiti Rashiyan: नवग्रहों में शनि देव को न्याय का देवता कहा गया है, जो मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। वे जितने कठोर हैं, उतने ही कृपालु भी हैं। जो व्यक्ति सच्चे मन से मेहनत करता है और धर्म के मार्ग पर चलता है, शनिदेव उसे रंक से राजा बना सकते हैं। वहीं, जो अधर्म और बुरे कर्मों में लिप्त रहता है, उसे राजा से रंक बनने में देर नहीं लगाते। शनि जयंती के दिन एक विशेष शुभ संयोग बन रहा है, जिसमें शनि अपनी कुछ विशेष राशियों पर कृपा बरसाने वाले हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, तुला, मकर और कुंभ राशियां शनिदेव की प्रिय मानी जाती हैं। ये राशियां यदि शनि की दृष्टि में हों, तो व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है, जैसे पदोन्नति, सम्मान, और आर्थिक उन्नति। ऐसे जातकों को इस दिन शनि की विशेष पूजा करनी चाहिए, ताकि उनके जीवन में शनि की कृपा स्थायी रूप से बनी रहे।

वृषभ राशि:

वृषभ राशि को शनिदेव की सबसे प्रिय राशियों में स्थान प्राप्त है। इस राशि के स्वामी शुक्र हैं और शुक्र व शनि के बीच मित्रता का भाव माना जाता है। यही कारण है कि शनि, वृषभ राशि वालों पर विशेष कृपा बनाए रखते हैं। शनि की अनुकंपा से इस राशि के जातकों को जीवन में करियर में स्थिरता, संतुलन और आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है। शनि जयंती के अवसर पर वृषभ राशि के लोगों को कार्यक्षेत्र में विशेष उपलब्धियों और सम्मान की प्राप्ति संभव है। अगर ये लोग धार्मिक भावना के साथ शनिदेव की आराधना करें, तो उनकी तरक्की और प्रतिष्ठा कई गुना बढ़ सकती है।

तुला राशि:

तुला राशि शनिदेव की उच्च राशि मानी जाती है। इस राशि में शनि उच्च के होते हैं और इस वजह से वे यहां पर अपने श्रेष्ठतम प्रभाव छोड़ते हैं। तुला के स्वामी शुक्र होने के कारण इस राशि के जातकों पर भी शनि की कृपा विशेष रूप से बनी रहती है। तुला राशि के लोगों को शनि के प्रभाव से व्यापार, नौकरी और सामाजिक जीवन में बड़ी सफलता मिलती है। यही नहीं, जब इन पर साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव होता है, तब भी इन्हें उतनी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता, जितना अन्य राशियों को करना पड़ता है। शनि जयंती के दिन अगर तुला राशि के जातक पीपल की पूजा और दान-पुण्य करें, तो उन्हें लाभ अवश्य मिलेगा।

मकर राशि:

मकर राशि शनि की अपनी स्वराशि मानी जाती है। यहां शनि पूर्ण रूप से प्रभावी होते हैं और इस राशि के जातकों को वे कर्मशील, अनुशासित और व्यवहारिक बनाते हैं। मकर राशि के लोगों को शनि की वजह से जीवन में बड़ी सफलता मिलती है, चाहे वह व्यवसाय हो या नौकरी। शनि इन्हें कठिन परिस्थितियों में भी साहस और विवेक के साथ निर्णय लेने की शक्ति देते हैं। इसके अलावा, मकर राशि पर जब साढ़ेसाती या ढैय्या आती है, तब भी शनि इन पर अपना सकारात्मक प्रभाव बनाए रखते हैं। शनि जयंती पर अगर मकर राशि के जातक श्रद्धा से शनि उपासना करें, तो उनका भाग्य प्रबल हो सकता है।

कुंभ राशि:

कुंभ राशि को भी शनि की स्वराशि और मूल त्रिकोण राशि के रूप में जाना जाता है। इस राशि पर शनि की विशेष अनुकंपा मानी जाती है। कुंभ राशि के जातकों को शनि परोपकारी, बुद्धिमान और सामाजिक बनाते हैं। शनि का प्रभाव इन जातकों को कर्मयोगी बनाता है, जो बिना थके और रुके निरंतर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं। शनि के आशीर्वाद से कुंभ राशि वालों को जीवन में धन, मान-सम्मान, और आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव होता है। शनि जयंती के दिन अगर ये जातक दान करें, विशेषकर काले वस्त्र, तिल, लोहा और तेल का, तो उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव और तरक्की के मार्ग खुल सकते हैं।