Indore Tourism : अगर आप भी इंदौर शहर के शोर शराबे से परेशान होकर किसी ऐसी जगह की तलाश में है जो एकदम प्रकृति के करीब और शांत वातावरण से घिरी हो। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे पिकनिक स्पोट्स के बारे में बताने जा रहे है। इंदौर से लगभग 30 किलोमीटर दूर तिंचा गांव के पास एक मशहूर पिकनीक स्पोट है। जिसकी संदुरता मॉनसून के दिनो में पूरे शबाब पर होती है। हम बात कर रहे है तिंछा फॉल की।
तिंछा फॉल इंदौर के नज़दीक सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। ये झरना लगभग 300 फीट की ऊँचाई से गिरता है। सबसे खास बात ये है कि तिंछा फॉल एक मौसमी झरना है। ये झरना इतना खूबसूरत है कि दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानो किस पहाड़ से दूध की धाराएं नीचे बहती हो। तिंछा फॉल्स को देखने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर तक है। आपको बता दें कि इस पिकनिक स्पोट तक जाने का रास्ता भी बड़ा खूबसूरत है।
इंदौर से सिमरोल गांव पहुंचने पर, सिमरोल-उदयनगर रोड से तिंछा फॉल्स करीब 10 किलोमीटर दूर है। तिंछा फॉल की हरी-भरी हरियाली, और मनमोहक चट्टाने और दूधिया पानी से घिरा ये राजसी झरना एक मन को आनंदित करता है। यहां की खूबसूरत वादियों और पक्षियों की चहचहाट पर्यटकों को खूब लुभाती है।
तिंछा फॉल्स को देखने के लिए कोई एंट्री चार्ज नहीं है। अगर आप भी शहर की चहल-पहल से दुर किसी ऐसी जगह की तलाश में है जो मन को सुकून देती है। तो तिंछा वॉटरफॉल आपके लिए बेस्ट ओप्शन साबित हो सकता है।
तिंछा फॉल के अलावा ‘शीतलामाता वॉटरफॉल’ भी इंदौर शहर के फेमस झरनो में से एक है। शीतलामाता वॉटरफॉल का नजारा जुलाई से सितंबर महीने के बीच देखने लायक होता है। मॉनसून के दिनो में इसकी प्राकृतिक सुंदरता पूरे चरम पर होती है। ये इंदौर से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। इस झरने से कई लोक कथाएं जुड़ी है। इस जगह पर तीन खूबसूरत गुफाएं है। ये भी माना जाता है कि होलकर राज्य के पिंडारी यहीं छिपे थे। इंदौर के नज़दीक रामपुरिया बुजुर्ग गांव में स्थित ये झरना टुरिस्ट के आकर्षण का केंद्र है।
आपको बता दें कि इंदौर के पास एक ऐसा पर्यटन स्थल भी है जिसे ‘छोटा अमरनाथ’ कहा जाता है। इसका जगह का नाम है ‘खोदरा महादेव’ या ‘महादेव खोदरा’। इस स्थान पर गुफा में खोदरा महादेव शिवलिंग के रूप में विराजमान है। लेकिन इस जगह को ज्यादातर ‘छोटा अमरनाथ’ ही कहते है। वो इसलिए कि खोदरा महादेव की गुफा का द्वार हुबहु ‘अमरनाथ’ की गुफा के द्वार की तरह ही बना हुआ है।
इस गुफा में अमरनाथ की तरह बर्फ से निर्मित शिवलिंग तो नहीं है, लेकिन इस गुफा के भीतर पानी रिसने से चट्टानो में कई ऐसी आकृतियां उभर चुकी है जो अमरनाथ का आभास करा देती है। खोदरा महादेव की गुफा इंदौर से लगभग 55 किलोमीटर दूर है। यहां तक पहुंचने का मार्ग चोरल डेम के पास से होकर गुजरता है। खोदरा महादेव (छोटा अमरनाथ) चोरल डेम से करीब 8 किलोमीटर ही है। यहां खोदरा महादेव(छोटा अमरनाथ) का बोर्ड भी लगा हुआ है।