मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित मंत्रालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के चैंबर से भगवान गणेश की चांदी की मूर्ति गायब पाई गई। यह घटना उस समय सामने आई जब मंत्री कैबिनेट बैठक से पहले पूजा करने पहुंचे और मूर्ति वहां नहीं मिली।
सुरक्षा पर उठे सवाल, मंत्री ने जताई चिंता
मूर्ति के गायब होने के बाद मंत्री राजपूत ने सुरक्षा प्रबंधों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने तत्काल स्टाफ से पूछताछ की और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए। इसके बाद मंत्रालय की सुरक्षा टीम ने चैंबर के आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगालनी शुरू कर दी है।
कर्मचारियों पर संदेह, जांच की दिशा स्पष्ट
शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि इस चोरी की घटना में मंत्रालय के ही कुछ कर्मचारियों की भूमिका हो सकती है। विशेषकर सफाईकर्मियों और चपरासी जैसे स्टाफ पर शक गहराया है। जांच दल इस दिशा में सबूत जुटा रहा है और दोषियों को जल्द पकड़ने की बात कही जा रही है।
प्रशासनिक भवन की सुरक्षा पर उठे सवाल
राज्य के सबसे संरक्षित माने जाने वाले प्रशासनिक परिसर से चोरी की यह घटना चौंकाने वाली है। आमतौर पर मंत्रालय की सुरक्षा बेहद कड़ी होती है, लेकिन मंत्री कक्ष से मूर्ति का गायब होना एक बड़ी लापरवाही को उजागर करता है।
लॉक नहीं था मंत्री का कक्ष, चोर ने उठाया फायदा
मंत्रालय में मंत्रियों के कक्ष सामान्यतः खुले रहते हैं और अधिकतर समय उन्हें लॉक नहीं किया जाता। खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कमरा भी खुला था, जिसका फायदा उठाते हुए अज्ञात व्यक्ति ने चांदी की कोटेड गणेश प्रतिमा चुरा ली। यह मूर्ति धार्मिक आस्था के साथ-साथ चांदी के कारण आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।