अब ट्रेन यात्रा में मिलेगा स्वादिष्ट और स्वच्छ भोजन, IRCTC की नई ई-पैंट्री सेवा शुरू

भारतीय रेलवे के यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को भी साफ-सुथरा, समय पर और तय कीमत वाला भोजन उनकी सीट पर ही मिलेगा।

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने यात्रियों की सुविधा के लिए “ई-पैंट्री सेवा” शुरू की है, जो पहले केवल प्रीमियम ट्रेनों तक सीमित थी। अब इस सेवा को सामान्य मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में भी विस्तार दिया गया है।

क्या है ई-पैंट्री सेवा?

ई-पैंट्री, IRCTC की ओर से शुरू की गई एक डिजिटल मील बुकिंग सुविधा है, जिसके तहत यात्री ट्रेन की यात्रा के दौरान अपनी सीट पर ही तय दर पर, गुणवत्तायुक्त और समय पर खाना प्राप्त कर सकते हैं। यह सुविधा केवल उन्हीं ट्रेनों में लागू की गई है, जिनमें पैंट्री कार की उपलब्धता है। सबसे खास बात यह है कि यह सेवा Confirmed, RAC और Partially Confirmed टिकट वालों को भी उपलब्ध है।

सेवा का उपयोग कैसे करें?

इस सेवा का लाभ लेने के लिए यात्री या तो टिकट बुक करते समय या फिर बाद में बुक्ड टिकट हिस्ट्री सेक्शन में जाकर “ई-पैंट्री” विकल्प चुन सकते हैं। बुकिंग के बाद एक Meal Verification Code (MVC) SMS या ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा, जिसे दिखाकर यात्री अपनी सीट पर ही ऑर्डर किया हुआ खाना प्राप्त कर सकेंगे।

ई-पैंट्री की प्रमुख विशेषताएं

  • यात्री डिजिटल माध्यम से खाना बुक कर सकते हैं – चाहे Standard Meal हो या Rail Neer।
  • भुगतान पूरी तरह कैशलेस होगा – UPI, कार्ड आदि विकल्पों के जरिए।
  • खाना केवल IRCTC के लाइसेंस प्राप्त वेंडर द्वारा ही उपलब्ध कराया जाएगा।
  • यात्रियों को तय कीमत पर ही खाना मिलेगा, जिससे ओवरचार्जिंग की समस्या समाप्त हो जाएगी।
  • MVC कोड से यात्री की पहचान की पुष्टि होती है, जिससे खाना सही व्यक्ति को ही मिलेगा।
  • हर ऑर्डर की डिजिटल निगरानी की जाएगी और टैक्स नियमों का भी पालन सुनिश्चित होगा।
  • अगर किसी कारणवश भोजन डिलीवर नहीं होता, तो यात्री को रिफंड मिलेगा और उसकी जानकारी SMS/ईमेल या WhatsApp पर दी जाएगी।

इस सेवा की पायलट शुरुआत भारत की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन विवेक एक्सप्रेस (22503/04) से की गई है। IRCTC की योजना है कि अगले 60 दिनों में 25 और ट्रेनों (कुल 100 रैक) में इस सेवा को लागू कर दिया जाए। इसके सफल परीक्षण के बाद, यह सेवा देश की अन्य मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में भी विस्तार पाकर सभी यात्रियों को लाभान्वित करेगी।