देशभर में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है। संक्रमण की यह नई लहर अब मध्यप्रदेश में भी असर दिखाने लगी है। खास तौर पर इंदौर जैसे बड़े शहरों में मामले सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य अमले की चिंता बढ़ गई है।
इंदौर में तीन नए संक्रमित मिले, एक मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं
रविवार को इंदौर में कोरोना संक्रमण के तीन नए केस रिपोर्ट किए गए हैं। इनमें से एक 37 वर्षीय युवक है, जिसे लक्षण दिखाई देने के बाद होम आइसोलेशन में रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार मरीज की हालत इस समय स्थिर है। खास बात यह है कि उसकी कोई यात्रा संबंधी जानकारी नहीं मिली, जिससे यह संदेह गहराता है कि संक्रमण अब स्थानीय स्तर पर फैल सकता है।
एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 7, अब तक 21 मामले दर्ज
मध्यप्रदेश में फिलहाल कुल 7 सक्रिय मामले हैं, जबकि अब तक कोरोना के कुल 21 नए केस सामने आ चुके हैं। इनमें से इंदौर के अलावा दो अन्य संक्रमित अलग-अलग जिलों से पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग उनकी निगरानी कर रहा है और स्थानीय स्तर पर संपर्कों की पहचान की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर, तैयारियों को तेज़ किया गया
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। अस्पतालों में आइसोलेशन बेड आरक्षित किए जा रहे हैं, और स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्ध मरीजों की तत्काल स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की जाए। अधिकारियों का कहना है कि अभी स्थिति नियंत्रण में है लेकिन एहतियात बरतना जरूरी है।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका से सतर्कता जरूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि जिस तरह से संक्रमित मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है, उससे यह संकेत मिल सकते हैं कि वायरस अब समाज में बिना बाहरी संपर्क के फैल रहा है। यह कम्युनिटी ट्रांसमिशन का आरंभिक संकेत हो सकता है, इसलिए मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़ से बचने जैसे पुराने सुरक्षा उपायों को फिर से अपनाने की आवश्यकता है।
सरकार की अपील: लक्षण दिखें तो तुरंत जांच करवाएं
स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार की ओर से आम जनता से अपील की गई है कि अगर किसी को बुखार, खांसी, गले में खराश या सांस लेने में तकलीफ जैसी शिकायतें हों, तो तुरंत जांच करवाएं और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। इसके अलावा, होम आइसोलेशन में रहते हुए डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेना जरूरी है।