IPS और IFS अधिकारियों को कितनी मिलती हैं सैलरी, जानिए क्या-क्या खास मिलता है इन प्रतिष्ठित पदों पर

देश की सबसे कठिन और सम्मानजनक परीक्षाओं में से एक UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवारों को उनकी रैंक के आधार पर IAS, IPS, IFS जैसे उच्च पदों पर नियुक्त किया जाता है। इनमें से IPS (भारतीय पुलिस सेवा) और IFS (भारतीय वन सेवा) के पद न केवल प्रतिष्ठा से भरपूर होते हैं, बल्कि इनसे जुड़ी सुविधाएं भी काफी आकर्षक होती हैं।

IPS अधिकारियों की सैलरी और सुविधाएं

IPS अधिकारी बनने के बाद प्रारंभिक नियुक्ति डीएसपी (DSP) के पद पर होती है, जिसे कुछ राज्यों में ACP यानी सहायक पुलिस आयुक्त के समकक्ष माना जाता है। एक IPS अधिकारी की बेसिक सैलरी 56,100 रुपये प्रति माह से शुरू होती है, जो अनुभव के साथ बढ़ते-बढ़ते IG (इंस्पेक्टर जनरल) बनने पर 1.44 लाख रुपये और DGP (डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस) बनने पर 2.25 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। इसके अलावा महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), मकान किराया भत्ता (HRA) जैसे अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं।

सैलरी के अलावा IPS अधिकारियों को सरकारी वाहन, ड्राइवर, बंगला, सुरक्षा गार्ड, घरेलू सहायक, माली और पर्सनल असिस्टेंट जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। अधिकारियों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा के लिए वार्षिक शिक्षा भत्ता भी मिलता है। पुलिस लाइन में विशेष सुविधाएं जैसे बारबर, मोची आदि भी उपलब्ध कराए जाते हैं। छुट्टियों की बात करें तो हर साल उन्हें 30 दिन की अर्जित छुट्टी (EL) और 16 दिन की आकस्मिक छुट्टी (CL) मिलती है। साथ ही, प्रमोशन भी समय-समय पर निश्चित वर्षों के अंतराल पर होता है।

IFS (भारतीय वन सेवा) अधिकारियों की सुविधाएं

IFS अधिकारी देश के वन संसाधनों की सुरक्षा और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। उनकी सेवा की शुरुआत आमतौर पर सहायक वन संरक्षक या उप वन संरक्षक के पद से होती है, जिसमें प्रारंभिक वेतन लगभग 56,100 रुपये होता है। सेवा के वर्षों और अनुभव के आधार पर उनका वेतन धीरे-धीरे बढ़कर 2.25 लाख रुपये तक हो सकता है।

IFS अधिकारियों को भी IPS की तरह विभिन्न सरकारी भत्ते और सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जैसे सरकारी आवास, वाहन, ड्राइवर, सुरक्षा कर्मी और मेडिकल लाभ। वे अपने और परिवार के इलाज के लिए देश के नामी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद पेंशन और ग्रेच्युटी की सुविधा भी दी जाती है।