झाबुआ जिले में बुधवार की रात एक दिल दहला देने वाली दुर्घटना हुई, जिसमें 9 लोगों की जान चली गई। यह हादसा थांदला और मेघनगर के बीच संजेली रेलवे फाटक के नजदीक हुआ, जहां एक मोड़ पर ट्रॉला और कार की जोरदार टक्कर हो गई। कार इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कि उसके टुकड़े चारों ओर बिखर गए और सभी यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में मातम का माहौल, शोक की लहर
इस हादसे की खबर फैलते ही महुदा गांव सहित आसपास के इलाकों में गम का माहौल छा गया। मृतकों में से 8 लोग थांदला क्षेत्र के शिवगढ़ महुदा गांव से थे, जबकि एक व्यक्ति पड़ोस के गांव से था। सभी लोग कहीं से लौट रहे थे, तभी यह भीषण टक्कर हुई। गांव में हर चेहरा उदास है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
प्रशासन मौके पर पहुंचा, जांच शुरू
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस का कहना है कि दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि गलती ट्रॉला चालक की थी या सड़क की खराब स्थिति जिम्मेदार है।
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
जिन परिवारों ने इस हादसे में अपने सदस्य खोए हैं, उन पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हर घर में मातम पसरा है, और पूरा गांव स्तब्ध है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वह मोड़ पहले से ही खतरनाक था। वहां न तो कोई चेतावनी बोर्ड था और न ही रोशनी या सुरक्षा बैरिकेडिंग की व्यवस्था।
स्थानीयों की नाराजगी, सुरक्षा की मांग
हादसे के बाद लोगों ने निर्माण एजेंसी और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि ओवरब्रिज निर्माण के दौरान सुरक्षा नियमों की अनदेखी की गई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उस इलाके में पर्याप्त स्ट्रीट लाइट्स, चेतावनी संकेतक और बैरिकेड्स लगाए जाएं, ताकि आगे ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।