रायपुर से निकलती इस सनसनीखेज खबर ने पूरे छत्तीसगढ़ में हलचल मचा दी है। करणी सेना के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र तोमर उर्फ रूबी तोमर और उनके कुख्यात हिस्ट्रीशीटर भाई रोहित तोमर के ठिकानों पर क्राइम ब्रांच की टीम ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ छापे मारे। इस कार्रवाई में पुलिस ने अब तक कई करोड़ रुपये की नकदी, करीब 2 किलो सोना, दो पिस्टल, 20 जिंदा कारतूस, एक लग्जरी गाड़ी और जमीन से जुड़े अहम दस्तावेज बरामद किए हैं। इस हाई-प्रोफाइल रेड के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सूत्रों की मानें तो यह सिर्फ एक कार्रवाई नहीं, बल्कि एक संगठित आपराधिक नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कार्रवाई है, जिसमें कई रसूखदार नाम सामने आ सकते हैं। छापेमारी शुरू होते ही वीरेंद्र और रोहित दोनों भाई रायपुर से फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक रोहित का मोबाइल फोन बंद है और उसका निजी बाउंसर भी लापता है। दोनों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
‘गोल्डमैन’ – अपराध की दुनिया का सामाज्य
रायपुर में ‘गोल्डमैन’ के नाम से कुख्यात रोहित तोमर ने सूदखोरी के पैसों से सोने का साम्राज्य खड़ा कर लिया। और गोल्डमैन के नाम से प्रसिद्ध हो गया। उसने शाही ठाठ, महंगी गाड़ियां, आलीशान बंगला, निजी गार्डों की फौज और करोड़ों की प्रॉपर्टी उसके काले कारोबार की पहचान बन गई है। उसने भाठागांव स्थित बंगला किसी फिल्मी डॉन के अड्डे की तरह बना रखा है। रोहित और वीरेंद्र के खिलाफ राजधानी के वीआईपी रोड, भाठागांव, कोतवाली, कबीर नगर, गुढियारी, हलवाई लाइन, अमलीडीह सहित कई थाना क्षेत्रों में 12 से अधिक संगीन अपराध दर्ज हैं। इनमें सूदखोरी, जबरन वसूली, अपहरण, हत्या की कोशिश, गोलीबारी, और महिलाओं से मारपीट जैसे अपराध शामिल हैं। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी केवल शुरुआत है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, राजनीतिक गठजोड़, संपत्ति की काली कमाई और अन्य नेटवर्क की परतें खुलने की संभावना है। छत्तीसगढ़ की सियासत और अपराध की दुनिया का यह चौंकाने वाला है। इसके साथ ही करणी सेना के नाम पर अपराध जगत में जाना पूरे संगठन को बदनाम कर रहा है।