भारत सरकार ने प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रोफेसर एस. महेंद्र देव को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) का पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति देश की आर्थिक रणनीति को अधिक वैज्ञानिक और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस नई जिम्मेदारी को संभालने के लिए प्रोफेसर देव ने एक्सिस बैंक के स्वतंत्र निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है।
आर्थिक जगत में लंबा और सशक्त अनुभव
प्रोफेसर महेंद्र देव का करियर 1988 में इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान (IGIDR), मुंबई में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में शुरू हुआ। संस्थान में एक दशक की सेवा के बाद उन्होंने जर्मनी की बॉन यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी काम किया। इसके बाद वे हैदराबाद के आर्थिक अध्ययन केंद्र के निदेशक बने और 10 वर्षों तक इस पद पर रहते हुए नीति और अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया।
नीति निर्माण में सक्रिय भूमिका
सरकारी नीति में उनका योगदान 2008 में तब और गहरा हुआ जब उन्हें कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने इस पद पर अगस्त 2010 तक सेवा दी। इसके साथ ही वे राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग और अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI) जैसे संगठनों से भी जुड़े रहे, जहां उन्होंने नीति-निर्माण और विश्लेषण की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निजी क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका
सरकारी क्षेत्रों के अलावा, प्रोफेसर देव ने कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक जैसे निजी बैंकों में स्वतंत्र निदेशक के रूप में अपनी विशेषज्ञता दी। साथ ही, वे 2010 से 2022 तक IGIDR के निदेशक और कुलपति भी रहे, जहां उन्होंने शिक्षा और शोध को नई दिशा दी।
प्रोफेसर देव की शैक्षणिक पृष्ठभूमि अत्यंत सशक्त है। उन्होंने आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय से एमए (अर्थशास्त्र), और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से एम.फिल और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी से पोस्ट-डॉक्टरल रिसर्च भी पूरी की।