प्रदेश में संचालित स्कूलों की बसों के संचालन को लेकर परिवहन विभाग अब पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है। नया सत्र शुरू होने में अभी 10 दिन बाकी हैं। लेकिन विभाग ने पहले ही स्कूल बस संचालकों को चेतावनी दे दी है कि अगर तय नियमों के अनुसार बसें तैयार नहीं मिलीं, तो सीधे कार्रवाई की जाएंगी।
स्कूल खुलते ही शुरू होगा चेकिंग अभियान
इंदौर के रेसीडेंसी कोठी में आयोजित एक अहम बैठक में RTO प्रदीप शर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “इस बार लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । स्कूल खुलते ही नियमित जांच अभियान शुरू कर दिया जाएंगा। आरटीओ हर साल लापरवाही को रोकने का प्रयास करने का दांवा करता है लेकिन हर वर्ष स्कूल बसों में लापरवाही सामने आती है। इससे जहां एक ओर पालक स्वयं को ठगा सा महसूस करते है वहीं इस बार परिवहन विभाग और पुलिस एक्शन मोड में हैं। स्कूल बस नियमों को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं और पालन न करने वालों को कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
स्कूलों को भेजा गया चेकलिस्ट फॉर्म
एआरटीओ अर्चना मिश्रा ने बताया कि स्कूलों को एक विस्तृत चेकलिस्ट ईमेल की गई है, जिसमें बसों की फिटनेस, वैध परमिट, स्पीड गवर्नर, सीसीटीवी कैमरे और अग्निशमन यंत्र की जानकारी शामिल है। स्कूलों को यह फॉर्म भरकर नियत समय में विभाग को सौंपना अनिवार्य है। बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो इसके लिए एसीपी सुप्रिया चौधरी ने कहा कि ड्राइवर और कंडक्टर का पुलिस वेरिफिकेशन कराना भी अब अनिवार्य होगा। साथ ही उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाए। पालकों और बच्चों को भी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना जरूरी है। यहीं स्कूल संचालक ने बैठक में बताया कि हम हर सुबह अपने ड्राइवर और कंडक्टर का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट कराते हैं, ताकि कोई शराब पीकर ड्यूटी पर न आए। यहीं आरटीओ ने अब स्कूल संचालकों को निर्देश दे दिए है कि अब सुरक्षा से कोई समझौता नहीं चलेगा।